Rajasthan Elections 2023: केजरीवाल ने बढ़ाई कांग्रेस की टेंशन, राजस्थान की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी आप

Rajasthan Elections 2023 Latest Update: दिल्ली और पंजाब में आप पहले ही कांग्रेस को पूरी तरह बैकफुट पर धकेल चुकी है। राजस्थान के विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधी लड़ाई मानी जा रही है मगर आप के चुनावी अखाड़े में उतरने से नए समीकरण की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।

Update: 2023-08-19 07:30 GMT
Rajasthan Elections 2023 Arvind Kejriwal (photo: social media )

Rajasthan Elections 2023 Latest Update: विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया की मुंबई बैठक से पहले घटक दलों के बीच घमासान बढ़ता नजर आ रहा है। दिल्ली और पंजाब में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में घमासान छिड़ने के बाद अब इसकी आंच राजस्थान तक पहुंच गई है। आप ने राजस्थान के विधानसभा चुनाव में सभी 200 सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ने का ऐलान करके कांग्रेस की मुसीबत बढ़ा दी है।

दिल्ली और पंजाब में आप पहले ही कांग्रेस को पूरी तरह बैकफुट पर धकेल चुकी है। राजस्थान के विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधी लड़ाई मानी जा रही है मगर आप के चुनावी अखाड़े में उतरने से नए समीकरण की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। आप के उतरने से कांग्रेस को सियासी नुकसान होने की आशंका भी जताई जा रही है। 2024 की सियासी जंग से पहले घटक दलों के बीच आपसी घमासान गठबंधन के लिए अच्छा संकेत नहीं माना जा रहा है।

राजस्थान की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान

आम आदमी पार्टी की और से पहले यह बयान दिया गया था कि यदि कांग्रेस दिल्ली और पंजाब की सियासी जंग से दूरी बना ले तो आप भी राजस्थान और मध्य प्रदेश के चुनावों से हट सकती है मगर कांग्रेस की ओर से अभी तक इस बात का कोई ऐलान नहीं किया गया है। ऐसे में आप ने भी मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावों के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। राजस्थान में तो पार्टी ने राज्य की सभी 200 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का बाकायदा ऐलान भी कर दिया है।

आप की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष नवीन पालीवाल ने राज्य के सभी सीटों पर पार्टी के चुनाव लड़ने की बात कही है। उन्होंने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री संदीप पाटिल पाठक ने 22 अगस्त को दिल्ली में बैठक बुलाई है और इस बैठक के दौरान उम्मीदवारों के नामों पर मंथन किया जाएगा। बाद में उम्मीदवारों की लिस्ट दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल को सौंप दी जाएगी। उन्होंने कहा कि पार्टी के उम्मीदवारों की पहली लिस्ट 25 अगस्त को जारी कर दी जाएगी।

जल्द जारी होगी उम्मीदवारों की पहली लिस्ट

आप के राजस्थान प्रभारी और दिल्ली के विधायक विनय मिश्रा ने भी पालीवाल की बयान की पुष्टि की है। उन्होंने भी कहा कि पार्टी 25 अगस्त तक उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि भाजपा भी अब आप की नकल करते हुए चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा से पहले उम्मीदवारों के नाम घोषित कर रही है। उन्होंने कहा कि हमारी राजस्थान इकाई चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है। पार्टी की ओर से हर गांव में 11-11 लोगों की टीम बनाई जा रही है।

उन्होंने कहा कि राजस्थान में गठबंधन के संबंध में फैसला पार्टी हाईकमान को लेना है। वैसे हमने राज्य की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रखी है। आप के टिकट पर चुनाव लड़ने के इच्छुक लोग विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में कड़ी मेहनत कर रहे हैं। दूसरे दलों के कई नेता भी हमारे संपर्क में बने हुए हैं और उन्होंने आप के टिकट पर चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है।

सीटों को तीन कैटेगरी में बांटकर चुनाव की तैयारी

उन्होंने बताया कि पार्टी की ओर से राज्य की सीटों को तीन कैटेगरी में बांटकर चुनाव लड़ने की तैयारी की जा रही है। ए कैटेगरी की 70 सीटों पर पार्टी पूरी मजबूती से चुनाव लड़ने के लिए तैयार है। बी कैटेगरी में ऐसी सीटों को रखा गया है जहां उम्मीदवारों को लेकर अभी कन्फ्यूजन की स्थिति है जबकि सी कैटेगरी में ऐसी सीटें हैं जहां पार्टी को मजबूत उम्मीदवार नहीं मिल सके हैं। उन्होंने कहा कि कमजोर सीटों पर पार्टी की ओर से मेहनत की जा रही है ताकि उन पर भी दूसरे दलों को मजबूत चुनौती दी जा सके।

कांग्रेस की टेंशन बढ़ने वाला कदम

राजस्थान के विधानसभा चुनाव में आप का यह कदम कांग्रेस की टेंशन बढ़ने वाला साबित हो सकता है। दिल्ली की लोकसभा सीटों को लेकर हाल में आप और कांग्रेस के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो गई थी। अब राजस्थान में भी दोनों दल आमने-सामने दिख रहे हैं। विभिन्न राज्यों के विधानसभा चुनाव में आप ने अपने प्रत्याशी उतार कर कांग्रेस को सियासी नुकसान पहुंचा था।

गोवा, पंजाब, गुजरात और दिल्ली में आप उम्मीदवारों की वजह से कांग्रेस को भारी नुकसान हो चुका है। गुजरात के विधानसभा चुनाव में भाजपा की ऐतिहासिक जीत के पीछे आप की ओर से कांग्रेस के वोट बैंक में सेंध लगाने को भी बड़ा कारण माना गया था।

गुजरात में आप 13 फ़ीसदी वोट पाने में कामयाब रही थी। इसकी वजह से कई विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस उम्मीदवारों को नजदीकी लड़ाई में हर का मुंह देखना पड़ा था। ऐसी स्थिति में राजस्थान में आप का सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने वाला साबित हो सकता है।

अब सबकी निगाहें विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया की मुंबई बैठक पर टिकी हैं। 31 अगस्त और 1 सितंबर को होने वाली इस बैठक के दौरान 2024 की सियासी जंग और विभिन्न राज्यों के विधानसभा चुनावों को लेकर मंथन किया जाएगा। अब यह देखने वाली बात होगी कि मुंबई बैठक में विभिन्न राज्यों में घटक दलों के बीच शुरू हुए टकराव को खत्म करने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं।

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