Rajasthan Politics: लाल डायरी पर गरमाई राजस्थान की सियासत, बड़ा मुद्दा बनाने की भाजपा की तैयारी, पीएम मोदी के भाषण से मिला संकेत

Rajasthan Politics: प्रधानमंत्री के भाषण से साफ हो गया है कि राज्य में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा लाल डायरी को बड़ा मुद्दा बनाने की कोशिश में जुटी हुई है।

Update:2023-07-28 09:38 IST
Rajasthan Politics (photo: social media )

Rajasthan Politics: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गुरुवार को सीकर में हुई रैली के बाद राजस्थान की सियासत में लाल डायरी का मुद्दा काफी गरमा गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया पर हमला करने के साथ ही लाल डायरी का काफी प्रमुखता से जिक्र किया है। प्रधानमंत्री के भाषण से साफ हो गया है कि राज्य में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा लाल डायरी को बड़ा मुद्दा बनाने की कोशिश में जुटी हुई है।

गहलोत सरकार से हटाए गए मंत्री राजेंद्र गुढ़ा कई दिनों से लाल डायरी का जिक्र करके मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को घेरने की कोशिश में जुटे हुए हैं। गुढ़ा प्रकरण से भाजपा को गहलोत सरकार पर हमला करने का बड़ा हथियार मिल गया है। यही कारण है कि भाजपा नेता लाल डायरी का जोर-शोर से जिक्र करके इसका सियासी फायदा उठाने का प्रयास कर रहे है। प्रधानमंत्री मोदी की ओर से यह मुद्दा उठाए जाने के बाद यह साफ हो गया है कि आने वाले दिनों में भाजपा इसे लेकर और तीखे हमले करेगी।

लाल डायरी कर देगी कांग्रेस का डिब्बा गोल

राजस्थान की सियासत में इन दिनों मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के झगड़े की जगह लाल डायरी मीडिया की सुर्खियां बनी हुई है। बर्खास्त किए गए मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के बयानों के बाद राजस्थान कांग्रेस के लिए असहज स्थिति बनती दिख रही है। अभी तक भाजपा के दूसरे नेता इस मुद्दे को उठाने की कोशिश में जुटे हुए थे मगर प्रधानमंत्री मोदी की ओर से गुरुवार को लाल डायरी का मुद्दा उठाए जाने के बाद इसे लेकर राजस्थान की सियासत काफी गरमा गई है।

प्रधानमंत्री मोदी ने राजस्थान में सरकार के नाम पर लूट की दुकान और झूठ का बाजार चलाने का बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि झूठ की इस दुकान का सबसे ताजा प्रोडक्ट है लाल डायरी। कहते हैं इस लाल डायरी में कांग्रेस सरकार के काले कारनामे दर्ज हैं। इस लाल डायरी के पन्ने खुले तो अच्छे-अच्छे लोग निपट जाएंगे।

पीएम मोदी ने कहा कि लाल डायरी का नाम सुनकर कांग्रेस के बड़े-बड़े नेताओं की बोलती बंद हो रही है। कांग्रेस के नेता भले ही इस मुद्दे पर अपने मुंह पर ताला लगा लें मगर यह लाल डायरी आने वाले चुनाव में कांग्रेस का डिब्बा गोल कर देगी। उन्होंने राजस्थान के कानून व्यवस्था के मुद्दे पर भी गहलोत सरकार को घेरा और कहा कि बहन बेटियों पर अत्याचार,नहीं सहेगा राजस्थान।

लाल डायरी से राजस्थान की सियासत में भूचाल

हाल ही में गहलोत कैबिनेट से बर्खास्त किए गए राजेंद्र गुढ़ा ने लाल डायरी के जरिए राजस्थान के सियासत में भूचाल ला दिया है। गुढ़ा की ओर से बार-बार यह दावा किया जा रहा है कि इस लाल डायरी में गहलोत सरकार के काले कारनामे दर्ज हैं। उनका कहना है कि इस डायरी में विधायकों की खरीद-फरोख्त के संबंध में जानकारी भी दर्ज है। गुढ़ा ने राजस्थान विधानसभा में गहलोत सरकार को नसीहत दी थी कि मणिपुर के मुद्दे पर चर्चा करने की जगह उसे अपने गिरेबान में झांकना चाहिए।

उनका कहना था कि राजस्थान में बहन-बेटियों के साथ हो रहे अपराधों पर चर्चा की जानी चाहिए। गुढ़ा के इस बयान के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उन्हें अपनी कैबिनेट से बर्खास्त करने का बड़ा कदम उठाया था। इसके बाद गुढ़ा लाल डायरी लेकर सामने आ गए और उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मुसीबतें बढ़ा दी हैं।

गहलोत ने किया पीएम पर पलटवार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से लाल डायरी का जिक्र किए जाने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी पलटवार किया है। गहलोत ने कहा कि लाल डायरी में तो कुछ भी नहीं है वह तो कपोल कल्पित है। असली लूट तो आपके लाल गैस सिलेंडर और लाल टमाटर ने मचा रखी है। गैस सिलेंडर साढ़े ग्यारह सौ रुपए का हो गया है जबकि टमाटर भी 180 रुपए प्रति किलो बिक रहा है।

गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री को लाल गैस सिलेंडर और लाल टमाटर के बारे में बोलना चाहिए था। असली लूट तो आपने मचा रखी है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को लाल डायरी पर बोलने से पहले उसकी असलियत पता करनी चाहिए थी। विधानसभा और दिल्ली में लाल डायरिया लहराई जा रही हैं जबकि यह पूरी तरह हवाहवाई और कपोल कल्पित है।

लाल डायरी को मुद्दा बनाने की तैयारी में भाजपा

सियासी जानकारों का मानना है कि अब राजस्थान की सियासत में लाल डायरी का मुद्दा काफी गरमा गया है। प्रधानमंत्री के भाषण से स्पष्ट हो गया है कि भाजपा इसे विधानसभा चुनाव के दौरान बड़ा मुद्दा बनाने की कोशिश में जुट गई है। इसके जरिए गहलोत सरकार पर लूटखसोट और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जा रहे हैं। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को घेरते हुए कहा कि उनके काले कारनामे उजागर हो चुके हैं और ऐसे में उन्हें पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है।

विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति शुरू हो गई है। कांग्रेस में सचिन पायलट का मामला तो ठंडा पड़ता दिख रहा है मगर लाल डायरी ने पार्टी के लिए असहज स्थिति पैदा कर दी है। आने वाले दिनों में लाल डायरी को लेकर गहलोत सरकार पर हमले और तेज होने के आसार हैं।

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