गैंग रेप!ये 12 दरिंदे जिनकी हैवानियत से दहला भारत, अब क्या एक्शन लेगी सरकार
रांची के कांके इलाके में गैंगरेप की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी 17 से 24 साल के हैं। इनमें से तीन शादीशुदा हैं, जबकि बाकी 9 में से एक-दो को छोड़कर ज्यादातर मजदूर हैं। जिस सेंट्रो कार से छात्रा को जबरन ले जाया गया,
रांची रांची के कांके इलाके में गैंगरेप की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी 17 से 24 साल के हैं। इनमें से तीन शादीशुदा हैं, जबकि बाकी 9 में से एक-दो को छोड़कर ज्यादातर मजदूर हैं। जिस सेंट्रो कार से छात्रा को जबरन ले जाया गया, वह कार आरोपी सुनील मुंडा की है। सुनील ठेकेदारी करता है। सुनील के भाई बबलु मुंडा का कहना है कि सुनील का साला रवि उरांव उस दिन कार लेकर निकला था। बाद में सुनील को भी फोनकर बुलाया था। लेकिन वे लोग कार से कहां गये और क्या किया. किसी को पता नहीं है।
आरोपी संदीप उरांव की भाभी कहती हैं कि बुधवार रात संदीप अपने कमरे में सो रहा था। आधी रात को पुलिस आई और उसे गिरफ्तार कर लेकर चली गई। पुलिस ने कुछ पूछने तक का भी मौका नहीं दिया। अब मिलने भी नहीं दे रही है। मिली जानकारी के मुताबिक, आरोपी संदीप मजदूरी करता था।
आरोपी बोमिन उरांव की भाभी कहती हैं कि हमलोगों को नहीं पता कि वे लोग गुनहगार हैं या बेगुनाह। पुलिस रात में आई और पकड़कर लेकर चली गई. परिवारवालों को बात तक करने का मौका नहीं दिया. लेकिन इस घटना से गांव बदनाम हो गया है।
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एक और आरोपी की मां ने कहा कि कुछ पूछने पर पुलिसवाले हमें धमकातें हैं कि तुमको भी उठा कर ले जाएंगे. सभी अपने बच्चों को अच्छा संस्कार देने की कोशिश करते हैं. लेकिन बच्चे बाहर में क्या करते हैं, कौन जान सकता है। गांव की मुखिया जया भगत ने कहा कि जिस लड़की के साथ इस तरह की घटना घटती है, उसके दर्द को समझ पाना मुश्किल होता है। इस तरह की घटना जघन्य अपराध है। इसलिए दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। दरअसल कांके इलाके में संग्रामपुर गांव रिंगरोड के ठीक बगल में स्थित है। गांव के ठीक सामने वाले बस स्टॉप पर छात्रा मंगलवार शाम को अपने दोस्त के साथ बैठकर बात कर रही थी। तभी कार में सवार संग्रामपुर गांव के दो युवक वहां आए और दोनों के साथ बदतमीजी करने लगे। विरोध करने पर युवकों ने दोस्त को पीटा। उसके बाद दोनों युवक जबरदस्ती छात्रा को अपनी कार में बिठाकर पास के ईंट-भट्टा पर ले गए। फिर दोनों युवकों ने अपने ही गांव के दस अन्य लड़कों को फोनकर मौके पर बुलाया और बारी-बारी सभी ने छात्रा के साथ गैंगरेप किया। गैंगरेप के बाद आरोपियों ने छात्रा को उसी बस स्टॉप पर लाकर छोड़ दिया, जहां से उसे ले जाया गया था। तब तक उसका दोस्त वहां मौजूद था।
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दोस्त ने छात्रा को अपनी स्कूटी से होस्टल में पहुंचाया. जिसके बाद छात्रा ने जमशेदपुर स्थित घरवालों को वारदात की सूचना दी. अगले दिन छात्रा ने कांके थाना पहुंचकर पुलिस को पूरी वारदात बताया और इस सिलसिले में केस दर्ज कराया। इसके बाद पुलिस ने संग्रामपुर गांव में छापेमारी कर सभी 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पास से देसी पिस्टल और कट्टा समेत कांड में इस्तेमाल कार और बाइक को भी जब्त किया गया है. पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है।