लखनऊ: रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने जाते-जाते भी ब्याज दरों में कटौती नहीं की। राजन ने मंगलवार को अपने कार्यकाल की अंतिम आर्थिक नीति में पॉलिसी रेपो रेट और कैश रिजर्व रेट (सीआरआर) में किसी तरह का बदलाव नहीं किया। रिजर्व बैंक ने मंगलवार को अपनी मॉनेटरी पॉलिसी पेश करते हुए रेपो रेट को 6.5 फीसदी और सीआरआर को 4 फीसदी ही बरकरार रखा है।
सीपीआई 5 फीसदी रहने का अनुमान
रघुराम राजन ने मार्च 2017 तक रिटेल महंगाई दर (सीपीआई) 5 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। पहले भी इसी दर का अनुमान था। हालांकि उनका कहना था कि महंगाई पांच प्रतिशत के पार भी भी जा सकती है। आरबीआई ने वर्तमान वित्त वर्ष के लिए 7.6 फीसदी वृद्धि दर का अनुमान बरकरार रखा।
ये भी पढ़ें ...मणिपुर : 16 साल से जारी भूख हड़ताल आज खत्म करेंगी इरोम शर्मिला
4 सितंबर को रिटायर हो जाएंगे राजन
आरबीआई गवर्नर के तौर पर यह रघुराम राजन की आखिरी मॉनेटरी पॉलिसी थी । वे 4 सितंबर को अपने तीन साल के कार्यकाल के बाद रिटायर होंगे । अगली मॉनेटरी पॉलिसी 4 अक्टूबर को पेश की जाएगी।
स्वामी ने राजन के खिलाफ चलाया था अभियान
बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन के कट्टर आलोचक रहे हैं। उनका आरोप है कि वो कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के इशारे पर काम कर रहे हैं। स्वामी ने रघुराम राजन के खिलाफ अभियान चला रखा था। पीएम नरेंद्र मोदी के हस्तक्षेप के बाद ही स्वामी ने विरोध का अपना अभियान बंद किया ।
ये भी पढ़ें ...अरुणाचल के पूर्व CM कलिखो पुल ने की खुदकुशी, राहुल ने जताया दुःख
अपनी अंतिम आर्थिक नीति में रघुराम राजन ने कहा कि जीएसटी के लागू हो जाने के बाद महंगाई में कमी आ सकती है ।