Mohan Bhagwat: ‘लोकसभा चुनाव में लोगों की भावनाएं भड़काकर वोट मांगने की कोशिश नहीं होनी चाहिए’, नागपुर में संघ प्रमुख का बड़ा बयान

Mohan Bhagwat: नागपुर के रेशिमबाग मैदान में सरसंघचालक मोहन भागवत ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए एक बड़ा बयान दिया है। 2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में लोगों की भावनाएं भड़काकर वोट मांगनी की कोशिश नहीं होनी चाहिए।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update:2023-10-24 11:10 IST

Rss chief Mohan Bhagwat  (photo: social media )

Mohan Bhagwat News: विजयादशमी के मौके पर आज यानी मंगलवार 24 अक्टूबर को नागपुर स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के मुख्यालय में शस्त्र पूजन किया गया। विजयादशमी के दिन ही साल 1925 में संघ की स्थापना हुई थी। इसलिए हर साल विजयादशमी का दिन आरएसएस के लिए काफी अहम होता है। इस मौके पर नागपुर के रेशिमबाग मैदान में सरसंघचालक मोहन भागवत ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि 2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में लोगों की भावनाएं भड़काकर वोट मांगनी की कोशिश नहीं होनी चाहिए।

संघ प्रमुख ने कहा कि लेकिन ये फिर भी होता है। ये समाज की एकता को चोट पहुंचाती है। वोट डालना हर व्यक्ति का कर्तव्य है। उन्होंने लोगों से देश की एकता, अखंडता, विकास और अस्मिता जैसे अहम मुद्दों को ध्यान में रखकर वोट देने की अपील की। भागवत ने कहा कि आज समाज में कलह फैलाने की कोशिश हो रही है। झगड़े को छोड़कर सुलह पर चलना ही श्रेष्ठता है। हम सब एक ही पूर्वजों के वंशज हैं। सभी एक मातृभूमि की संतानें हैं। हमें इसी आधार पर एकजुट होना है।

जी20 ने दुनिया में बढ़ाया देश का मान

मोहन भागवत ने एकबार फिर सार्वजनिक मंच से जी20 के सफल आयोजन को लेकर मोदी सरकार की जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा कि दुनिया में भारतीयों का गौरव बढ़ रहा है। हमारा देश हर क्षेत्र में तेजी से तरक्की कर रहा है। दिल्ली में जी-20 समिट का आयोजन हुआ। इसमें विदेशी मेहमानों के सत्कार को लेकर भारत की सराहना हुई। दुनिया ने विविधता से सजी हमारी संस्कृति का गौरव अनुभव किया।

वामपंथियों पर साधा निशाना

सर संघचालक ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए वामपंथियों पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि समाज विरोधी कुछ लोग अपने आप को सांस्कृतिक मार्क्सवादी यानी वोक कहते हैं। लेकिन उन्होंने मार्क्स को 1920 के दशक से ही भुला रखा है। वे दुनिया की सभी शुभ चीजों और संस्कृति का विरोध करते हैं। वे लोग अराजकता का प्रचार-प्रसार करते हैं। मोहन भागवत ने कहा कि कुछ लोग नहीं चाहते भारत में शांति हो।

मणिपुर हिंसा पर भी बोले संघ प्रमुख

आरएसएस चीफ ने महीनों से जातीय हिंसा की आग में जले पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर का जिक्र भी अपने संबोधन में किया। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा, एक दशक से शांत मणिपुर में अचानक यह आपसी फूट की आग कैसे लग गई ? क्या हिंसा करने वाले लोगों में सीमापार के अतिवादी भी थे? मणिपुर में फैली अस्थिरता के लिए संघ को जिम्मेदार ठहराने वाले लोगों को भी उन्होंने आड़े हाथों लिया।

गायक शंकर महादेवन बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे

आरएसएस ने इस बार विजयादशमी के मौके पर मशहूर गायक शंकर महादेवन को बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया। नागपुर स्थित संघ मुख्यालय पहुंचे महादेवन ने कहा कि मैं बहुत गौरवान्वित और सम्मानित महसूस कर रहा हूं। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री और नागपुर से सांसद नितिन गडकरी और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडनवीस समेत राज्य बीजेपी के कई बड़े नेता संघ के पारंपरिक ड्रेस में नजर आए।


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