SBI का बंपर ऑफर: लिया हो कोई भी लोन, सभी के लिए ये ऐलान
भारतीय स्टेट बैंक ने लॉकडाउन के चलते ग्राहकों को गिफ्ट देते हुए ब्याज दरें घटाने की घोषणा की है। इस बैंक ने ब्याज दरों में 0.15 प्रतिशत की कटौती की है
नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक ने लॉकडाउन के चलते ग्राहकों को गिफ्ट देते हुए ब्याज दरें घटाने की घोषणा की है। इस बैंक ने ब्याज दरों में 0.15 प्रतिशत की कटौती की है। इस कटौती के बाद ब्याज दरें 7.40 प्रतिशत से कम होकर 7.25 प्रतिशत पर आ गई है। बता दें कि ये ब्याज नई दरें 10 मई से लागू होंगी।आपको बता दें कि इससे पहले अप्रैल में भारतीय स्टेट बैंक ने ब्याज दरों में 0.35 प्रतिशत की कटौती की थी।
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इकोनॉमी को बढ़ावा देने के लिए
बैंक के इस फैसले के बाद एमसीएलआर पर आधारित लोन पर ईएमआई कम हो जाएंगी। आपको बता दें कि आरबीआई ने महामारी कोरोना वायरस के बीच इकोनॉमी को बढ़ावा देने के लिए मार्च में रेपो रेट 0.75 प्रतिशत तक घटाई।
बैंकों के लिए लेंडिंग ब्याज रेट तय करने के फॉर्मूले का नाम मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) है। रिजर्व बैंक द्वारा बैंकों के लिए तय फॉर्मूला फंड की मार्जिनल कॉस्ट पर आधारित है।
बैंक के इस फॉर्मूले का उद्देश्य कस्टमर को कम ब्याज रेट का फायदा देना और बैकों के लिए ब्याज रेट तय करने की प्रक्रिया में दिखाना होता है।
एमसीएलआर की जानकारी देनी होती
बता दें कि अप्रैल, 2016 से ही बैंक नए फॉर्मूले के जरिए मार्जिनल कॉस्ट से लेंडिंग रेट तय कर रहे हैं। इसके साथ ही बैंकों को हर महीने एमसीएलआर की जानकारी देनी होती है।
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रिजर्व बैंक (आरबीआई) के द्वारा जारी इस नियम से बैंकों को ज्यादा प्रतिस्पर्धी बनाने में मदद मिलने और इकोनॉमिक ग्रोथ में भी इसका लाभ मिलने की आशा थी।
वहीं एमसीएलआर फॉर्मूले का फायदा नए कस्टमर के साथ ही पुराने कस्टमर को भी मिलता है। बैंक के जिस कस्टमर ने एमसीएलआर बदलने से पहले लोन लिया है और उसका लोन लेंडिंग रेट फॉर्मूले से जुड़ा हुआ है, तो एमसीएलआर घटने के साथ ही उसकी ईएमआई कम हो जाती है।
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