भारत -चीन बॉर्डर पर रक्षा मंत्री ने लिया सुरक्षा व्यवस्था का जायजा, कही ये बड़ी बात
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अरुणाचल प्रदेश के तवांग पहुंचे और सुरक्षा का जायजा लिया। साथ ही तवांग युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण भी किया। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोग सामान्य नागरिक नहीं हैं, वे हमारी कूटनीतिक संपत्ति हैं।
नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अरुणाचल प्रदेश(भारत-चीनबॉर्डर) के तवांग पहुंचे और सुरक्षा का जायजा लिया। साथ ही तवांग युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण भी किया। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोग सामान्य नागरिक नहीं हैं, वे हमारी कूटनीतिक संपत्ति हैं।
उन्होंने कहा मुझे अभी भी याद है जब AN32 विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, स्थानीय लोगों की मदद से ही हमें दुर्घटनास्थल के बारे में जानकारी मिली। इस दौरान जवानों ने रक्षामंत्री से कहा, यहां कोई तनाव नहीं है। उन्होंने इस दौरान भारत माता की जय के नारे भी लगाये।
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लोगों से भी की मुलाकात
अरूणाचल प्रदेश के दौरे पर गए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों से भी मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने लोगों को कोई साधारण नागरिक नहीं बल्कि ‘सामरिक संपत्ति’ बताया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नये भारत के निर्माण के लिए जिस मार्ग की परिकल्पना की है वह रास्ता ‘नये पूर्वोत्तर’ से गुजरता है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अरूणाचल प्रदेश को दक्षिण पूर्व एशिया के लिए भू-सेतु के रूप में विकसित करने के लिए पूर्वोत्तर औद्योगिक गलियारे पर काम कर रही है।
मैत्री दिवस कार्यक्रम में लिया हिस्सा
चीन की सीमा से सटे इस क्षेत्र में नागरिक-सेना दोस्ती को बढ़ावा देने के लिए यहां आयोजित ‘मैत्री दिवस’ समारोह को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि यहां रहने वाले लोग देश के लिए सामरिक रूप से महत्वपूर्ण हैं।
उन्होंने कहा कि लद्दाख क्षेत्र के लोगों ने ही कारगिल में पाकिस्तान की घुसपैठ के बारे में पहली सूचना दी थी। उन्होंने कहा, ‘‘ यही वजह है कि मैं कहता हूं कि यहां सीमा के पास रह रहे लोग साधारण नागरिक नहीं बल्कि वे हमारी सामरिक संपत्ति हैं।’’
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अरूणाचल बनेगा भू-सेतू
रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘ भारत . चीन सीमा पर रह रहे नागरिकों को मैं साधारण नागरिक नहीं समझता। मैं मानता कि वे हमारे सामरिक संपत्ति हैं।’’ उन्होंने कहा कि सरकार पूर्वोत्तर औद्योगिक गलियारा विकसित करने पर काम कर रही है जिससे रोजगार सृजित होगा।
उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश दक्षिण पूर्व एशिया के लिए भू-सेतु के रूप काम करेगा जहां व्यापार, नौकरियां, पर्यटन और आर्थिक अवसर प्रचुरता के साथ उपलब्ध होंगे।
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