Congress President Election: शशि थरूर ने मां शेरावाली के सामने झुकाए शीश, थोड़ी देर में करेंगे नामांकन
Congress President Election: कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर थरूर ने नामांकन दाखिल करने से पहले मां शेरावाली के दरबार में हाजिरी लगाई और उनके सामने शीश झुकाए।
New Delhi: कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव (Congress President Election) को लेकर पार्टी में जबरदस्त गहमागहमी है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह के रेस से हटने के बाद अब मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) और शशि थरूर अध्यक्षी के प्रबल दावेदार के रूप में सामने आए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए काफी पहले अपनी दावेदारी जता चुके केरल के तिरूवनंतपुरम से लोकसभा सांसद शशि थरूर अब से कुछ ही देर में नॉमिनेशन फाइल करेंगे।
अभी नवरात्र चल रहा है। ऐसे में थरूर ने नामांकन दाखिल करने से पहले मां शेरावाली के दरबार में हाजिरी लगाई और उनके सामने शीश झुकाए। कांग्रेस सांसद ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से इसकी तस्वीरें भी पोस्ट की हैं और साथ में लिखा है - जय माता दी।
राजघाट भी गए थे शशि थरूर
पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर नामांकन दाखिल करने से पहले सुबह राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट पहुंचे। यहां से निकलने के दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, जब आप दौड़ में शामिल होते हैं तो आप जानते हैं कि नतीजा निश्चित नहीं है। मगर आप पूरे विश्वास के साथ उतरते हैं और आप अपना सबसे बेहतर प्रदर्शन करते हैं।
वहीं, शशि थरूर ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के चुनाव मैदान में उतरने के सवाल पर कहा कि मल्लिकार्जुन जी बेहद सम्मानित साथी हैं। जितने अधिक लोग चुनाव मैदान में उतरेंगे कांग्रेस के लिए उतना बेहतर होगा।
झारखंड के नेता भी लड़ेंगे चुनाव
कद्दावर कांग्रेस नेताओं की दावेदारी के शोर के बीच झारखंड कांग्रेस का एक नेता भी अध्यक्षी का चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। झारखंड से आने वाले कांग्रेस नेता डीएन त्रिपाठी ने कहा कि वे भी अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करेंगे। उन्होंने कहा, सोनिया और राहुल गांधी ने किसी को चुनाव लड़ने के लिए नहीं कहा और न रोका है। देखते हैं कि पार्टी क्या चाहती है।
बता दें कि आखिरी पलों में एमपी के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने गांधी परिवार के प्रति निष्ठा जाहिर करते हुए चुनाव लड़ने से पीछे हट गए। उन्होंने गांधी परिवार की पसंद मल्लिकार्जुन खड़गे का समर्थन करते हुए उनका प्रस्तावक बनने का ऐलान किया है।