आज विष पीएंगे शिवराज? CM की ये तस्वीरें बयां कर रहीं दर्द
कैबिनेट विस्तार में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की नहीं चल पाई है। कैबिनेट में नए चेहरों को मौका दिया जा है। पार्टी में बगावत को रोकने के लिए मध्य प्रदेश बीजेपी के प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे भोपाल में रुके हुए हैं।
भोपाल: मध्य प्रदेश में 3 महीने बाद आज कैबिनेट का विस्तार होने जा रहा है। सीएम हाउस में बीजेपी नेताओं ने बुधवार को 6 घंटे तक माथापच्ची की जिसके बाद नामों पर सहमति बन पाई है। सुबह 11 बजे भोपाल में शिवराज मंत्रिमंडल विस्तार में करीब दो दर्जन मंत्री शपथ ले सकते हैं।
शपथग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया भी भोपाल आ रहे हैं। मंत्रियों की शपथ ग्रहण को लेकर राजभवन में तैयारी पूरी हो चुकी है। प्रभारी राज्यपाल आनंदीबेन पटेल नए मंत्रियों को शपथ दिलाएंगी।
शपथ लेने वाले मंत्रियों को फोन किया गया है, लेकिन बीजेपी ने अभी आधिकारिक रूप से शपथ लेने वाले विधायकों के नाम को सार्वजनिक नहीं किया गया है। जानकारी के मुताबिक, 27 मंत्री आज शपथ लेंगे। इसके साथ शिवराज कैबिनेट में ज्योतिरादित्य सिंधिया का दखल बढ़ेगा। सिंधिया के कोटे से 8 और कांग्रेस से आए 3 लोग मंत्री पद की शपथ लेंगे।
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इस बार कैबिनेट विस्तार में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की नहीं चल पाई है। कैबिनेट में नए चेहरों को मौका दिया जा है। पार्टी में बगावत को रोकने के लिए मध्य प्रदेश बीजेपी के प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे भोपाल में रुके हुए हैं। वह सभी नेताओं से लगातार बात कर रहे हैं।
कैबिनेट विस्तार से पहले शिवराज सिंह चौहान का दर्द छलका है। कोरोना अभियान के कार्यक्रम से जब वह बुधवार को बाहर आए, तो उन्होंने कहा था कि मंथन से तो अमृत ही निकलेगा, विष तो शिव पी जाते हैं। मुख्यमंत्री शिवराज के इस बयान के काफी मायने निकाले जा रहे हैं।
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बताया जा रहा है कि इस बार के कैबिनेट विस्तार में उनके करीबियों को जगह नहीं मिली है। शिवराज सिंह चौहान दिल्ली में 2 दिन तक रुक कर केंद्रीय नेतृत्व से अपनी बात मनवाने की कोशिश की, लेकिन उनकी एक नहीं चली। इस बार शिवराज कैबिनेट में ज्यादातर नए चेहरों को जगह मिली है।
संभावित मंत्रियों की सूची से देखकर पता चलता है कि शिवराज की पसंद पर आलाकमान ने कैंची चला दी है। पुराने साथियों को इस बार कैबिनेट में जगह नहीं दी गई है। शिवराज सिंह चौहान ने एक दर्द भरा ट्वीट भी बुधवार को किया था। शायद इसके जरिए उन्होंने यह बताने की कोशिश की थी कि उनकी नहीं सुनी गई है।
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आलाकमान के फैसले से शिवराज सिंह चौहान कथित रूप से नाराज हैं, लेकिन वह दिखाने की कोशिश नहीं कर रहे हैं। लेकिन रह-रह कर उनकी माथे पर यह परेशानी साफ दिख रही है। कल आई कुछ तस्वीरों में वह परेशान दिख रहे हैं।