कश्मीर में बिगड़े हालात: भारी बर्फबारी का अलर्ट जारी, सरकार ने ईंधन पर दिए ये आदेश
एक स्थानीय निवासी ने कहा कि मैंने पहली बार ईंधन की राशनिंग के बारे में सुना है। श्रीनगर-जम्मू सड़क एक सप्ताह के लिए बंद रहेगी। क्या यह (राशनिंग) का मतलब है कि उनके पास एक सप्ताह तक भी स्टॉक नहीं है?
श्री नगर: ठंड में बर्फ़बारी के कारण जम्मू-कश्मीर के लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लगातार हो रही बर्फबारी से जम्मू-कश्मीर में आफत मची हुई है। यह बर्फबारी पिछले एक सप्ताह से हो रही है। ठंड के कारण लोगों का हाल बेहाल हो गया है। सड़कों से लेकर घरों तक बर्फ की मोटी चादर बिछ गई है। चारों तरफ सबकुछ सफ़ेद ही नजर आ रहा है। गाड़ियों पर बर्फ की मोटी मोटी परतें जम गई हैं। प्रशासन द्वारा रास्तों से बर्फ को साफ करने का काम जोरों से चल रहा है। इस बीच जम्मू और कश्मीर प्रशासन ने पेट्रोल-डीजल की लिमिट फिक्स की है।
जम्मू और कश्मीर प्रशासन ने दिया ये आदेश
बता दें कि जम्मू और कश्मीर प्रशासन ने घाटी में ऑटोमोबाइल और खाना पकाने के ईंधन के राशनिंग का आदेश दिया है। दोपहिया वाहन 3 लीटर तक ईंधन ले सकते हैं, निजी कारें 10 लीटर और कॉमर्शियल वाहन 20 लीटर प्राप्त कर सकते हैं। एलपीजी सिलेंडर उचित पावती को देखने के बाद 21 दिनों के बाद ही उपभोक्ता को मिलेगा।
सर्दियों के लिए बदइंतजामी को लेकर घाटी के लोग प्रशासन से नाराज
जम्मू-कश्मीर प्रशासन के फैसले से घाटी के लोग नाराज हैं। एक स्थानीय निवासी ने कहा कि एक तरफ प्रशासन कह रहा है कि वे सर्दियों के लिए पूरी तरह से तैयार हैं और उनके पास पर्याप्त स्टॉक है, और दूसरी तरफ उपभोक्ताओं को गैस सिलेंडर लेने के लिए तीन सप्ताह तक का इंतजार करना होगा।
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एक सप्ताह तक का भी स्टॉक नहीं-स्थानीय निवासी
एक स्थानीय निवासी ने कहा कि मैंने पहली बार ईंधन की राशनिंग के बारे में सुना है। श्रीनगर-जम्मू सड़क एक सप्ताह के लिए बंद रहेगी। क्या यह (राशनिंग) का मतलब है कि उनके पास एक सप्ताह तक भी स्टॉक नहीं है?
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हिमस्खलन की चेतावनी जारी
इस बीच जम्मू-कश्मीर आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने पुंछ, राजौरी, रामबन, डोडा और बांदीपोरा समेत कई ऊंचाई वाले इलाकों में हिमस्खलन की चेतावनी जारी की है। लोगों से बेमतलब घरों से निकलने के लिए मना किया गया है। इसके साथ ही घाटी के कुलगाम के ऊंचे इलाकों में रहने वाले 22 परिवारों को अब तक सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
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