लग गया सूर्य ग्रहण: पीएम मोदी ने देखी सूरज की झलक
बताया जा रहा है कि यह सूर्य ग्रहण 296 साल बाद लग रहा है। यह अंगूठी जैसा सूर्य ग्रहण होगा जिसमें सूर्य एक आग की अंगूठी की तरह लगेगा। प्रधानमन्त्री मोदी ने भी सूर्य ग्रहण का नजारा देखा, वहीं खगोलवादियों से बातचीत की।
सूर्य ग्रहण की शुरुआत हो चुकी है। दोपहर ड़ेढ बजे तक ग्रहण का असर रहेगा। 5 घंटे 36 मिनट ग्रहण की अवधि है। बता दें कि ये साल का अंतिम सूर्य ग्रहण है। इसके बाद अगले साल के शुरू में जनवरी में चंद्र ग्रहण लगेगा। बताया जा रहा है कि यह सूर्य ग्रहण 296 साल बाद लगा है। यह अंगूठी जैसा सूर्य ग्रहण है, जिसमें सूर्य एक आग की अंगूठी की तरह देखा जा रहा है। प्रधानमन्त्री मोदी ने भी सूर्य ग्रहण का नजारा देखा, वहीं खगोलवादियों से बातचीत की।
सूर्य ग्रहण के मौके पर कुरुक्षेत्र में लगता है मेला:
एक तरफ सूर्य ग्रहण लगा हुआ है, दूसरी तरफ धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में इस मौके पर मेला लगा हुआ है। जहां पवित्र ब्रह्मसरोवर नदी में मोक्ष के लिए डुबकी लगाने हजारों श्रद्धालु पहुंचे हैं। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुँचने के चलते पुलिस प्रशासन और कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड ने भी व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किये हैं। वहीं श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिए आपातकालीन मोबाइल नम्बर भी जारी किया गया है।
श्रद्धालुओं के लिए समाजसेवी संस्थाओं ने भंडारे का भी आयोजन किया है। हर साल सूर्य ग्रहण के मौके पर यहाँ मेला लगता है। दूर दूर से लोग आते हैं और सूरज की पूजा करके जल देते हैं। पिहोवा, ज्योतिसर में भी पुलिस फोर्स तैनात रही। करीब 5 हजार पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई।
�
�
ये भी पढ़ें: सावधान रहिए! सूर्य ग्रहण लग चुका है, इन कामों से दूर रहे आज
नासा ने जारी की सूर्य ग्रहण पर चेतावनी:
सूर्य ग्रहण का असर दुनिया भर में देखने को मिल रहा है। कई अन्य देशों से सूर्य ग्रहण की तस्वीरे सामने आ रही हैं। सूर्य ग्रहण को लेकर अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने भी चेतावनी जारी की है। नासा ने लोगों को सूर्य ग्रहण के दौरान सावधानी बरतने की सलाह दी है।
नासा ने हिदायत दी है कि सूर्य ग्रहण के दौरान सूरज को भूलकर भी सीधे नग्न आंखों से ना देखें। बहरहाल भारत में कई राज्यों में बादल और धुंध के चलते सूर्य को लोग नहीं देख पा रहे हैं।
वैसे सूर्य ग्रहण देखने के लिए उत्साहित लोगों को विकिरण से बचाने वाले ग्लासेस पहनने की सलाह दी गई है। इसके साथ ही सूर्य ग्रहण की तस्वीरें लेते वक्त भी सोलर फिल्टर्स का इस्तेमाल करने का सुझाव दिया गया है। बता दें कि सूर्य ग्रहण भारत समेत पूर्वी यूरोप, एशिया, उत्तरी पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया, पूर्वी अफ्रीका और अरब देशों में दिखने को मिल रहा है।