Bihar News: लालू यादव और उनके लोग कराते थे किडनैपिंग, साले सुभाष यादव ने जीजा लालू पर लगाये गंभीर आरोप

Bihar News: पूर्व राज्यसभा सदस्य और लालू प्रसाद के साले, सुभाष यादव ने आरोप लगाया कि बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की सरकार के दौरान पार्टी अध्यक्ष का किडनैपिंग गिरोहों से संबंध था, जो फिरौती के लिए अपहरण करते थे।;

Newstrack :  Network
Update:2025-02-14 15:58 IST

Subhash Yadav makes serious allegations claims against Lalu Yadav (Photo: Social Media)

Bihar News:  पूर्व राज्यसभा सदस्य और लालू प्रसाद के साले, सुभाष यादव ने आरोप लगाया कि बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की सरकार के दौरान पार्टी अध्यक्ष का किडनैपिंग गिरोहों से संबंध था, जो फिरौती के लिए अपहरण करते थे। सुभाष यादव ने दावा किया कि मुख्यमंत्री के आवास पर किडनैपिंग की डील होती थी। उन्होंने यह आरोप अपनी पत्नी राबड़ी देवी के छोटे भाई होने के नाते पत्रकारों से किया और कहा कि लालू यादव खुद अपहरण कराते थे और उनकी रिहाई का आदेश देते थे।

इस आरोप के बाद, सुभाष यादव के भाई साधु यादव ने पलटवार किया और कहा कि अब यह साफ हो गया है कि कौन चोर था और उन्हें सजा मिल चुकी है। साधु ने यह भी कहा कि परिवार अभी भी कोर्ट जा रहा है, लेकिन वे उनके पास नहीं जाते क्योंकि लालू और राबड़ी ने उन पर प्रतिबंध लगा दिया है। सुभाष ने आरोप लगाया कि बिहार के असल मालिक लालू थे, जो सीएम हाउस से फोन करते थे और किडनैपर्स से बात करते थे। लालू उन्हें कहते थे, "ऐसा मत करो, जंगलराज का आरोप हमारे ऊपर क्यों आए?" सुभाष ने यह सवाल भी उठाया, "क्या हम लोग मुख्यमंत्री थे?"

35 साल बाद उन्हें याद आया

साधु यादव ने सुभाष यादव के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा, "उन्हें यह बताना चाहिए कि वे वहां क्या कर रहे थे? 20 साल नीतीश कुमार के शासन में थे और 15 साल आरजेडी का शासन था, तो 35 साल बाद उनकी आंखें क्यों खुलीं? ऐसा लगता है कि वे किसी राजनीतिक पार्टी से लाभ या पद पाने के लिए यह सब कह रहे हैं।" साधु यादव ने आगे कहा, "मैंने पहले ही लालू यादव को कह दिया था कि इसे तवज्जो मत दो। लोग अक्सर मुझे उसे ही समझ लेते थे। साधु और सुभाष अब पर्यायवाची बन गए थे। वह हमेशा गलत कामों में लिप्त रहता था, और लोग मुझे बिना कारण उसके साथ जोड़ने लगे थे।"

आरजेडी का पलटवार

सुभाष यादव ने यह भी आरोप लगाया कि "असल में मैं ही था, जिसने अपने जीजा (लालू यादव) को ऐसे कामों से रोका था, लेकिन वे सत्ता के नशे में चूर थे और किसी की नहीं सुनते थे। अगर दलबदल विरोधी कानून नहीं होता, जिसे दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने सख्त किया था, तो आरजेडी कई बार टूट चुका होता।" सुभाष ने अपने भांजे तेजस्वी यादव को 'बरसाती मेंढक' करार देते हुए इस साल के अंत में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में राजग की भारी जीत की भविष्यवाणी भी की।

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