राजस्थान का दंगल जारी: स्पीकर की याचिका पर SC में आज सुनवाई

राजस्थान में जारी सियासी दंगल थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब ये मामल सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है और आज इस पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है। सुप्रीम कोर्ट आज विधानसभा स्पीकर की याचिका पर सुनवाई करेगी।

Update: 2020-07-23 03:06 GMT

जयपुर : राजस्थान में जारी सियासी दंगल थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब ये मामल सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है और आज इस पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है। सुप्रीम कोर्ट आज विधानसभा स्पीकर की याचिका पर सुनवाई करेगी।

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हाईकोर्ट ने नहीं लिया फैसला तो गए सुप्रीम कोर्ट

बता दें कि राजस्थान हाईकोर्ट में बागी विधायकों पर एक्शन ना लेने के निर्देश देने के खिलाफ स्पीकर सीपी जोशी ने सुप्रीम कोर्ट का रुख अपनाया। हाईकोर्ट के निर्देश के मुताबिक, स्पीकर 24 जुलाई तक बागी विधायकों पर कोई फैसला नहीं ले पाएंगे। याचिका में कहा गया है कि हाईकोर्ट का स्पीकर को कार्यवाही से रोकने का आदेश गलत है। सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ में दी गई व्यवस्था के मुताबकि कोर्ट स्पीकर के निर्णय लेने या कार्यवाही में दखल नहीं दे सकता। स्पीकर ने याचिका में हाईकोर्ट के आदेश पर अंतरिम रोक लगाने की भी मांग की है।

विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी ने कहा है कि अभी उन्होंने विधायकों को सिर्फ नोटिस दिया है, कोई फैसला नहीं लिया है। ऐसे में अदालत की ओर से स्पीकर के कामकाज में दखल नहीं दिया जा सकता है, ये संविधान और सुप्रीम कोर्ट की दिशा निर्देश के खिलाफ है।

 

ये था मामला

सचिन पायलट गुट ने स्पीकर के कारण बताओ नोटिस के खिलाफ हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, शुक्रवार से शुरू हुई सुनवाई मंगलवार तक चली, जिसके बाद अदालत ने फैसला सुरक्षित किया। साथ ही स्पीकर को 24 जुलाई तक कोई फैसला ना लेने को कहा, तब स्पीकर ने इस बात को स्वीकार लिया। लेकिन 24 घंटे के भीतर ही सुप्रीम कोर्ट का रुख किया।

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पीएम मोदी को चिट्ठी-गहलोत

इधर सीएम अशोक गहलोत ने बुधवार को पीएम मोदी को चिट्ठी लिखी। सीएम की अपील थी कि एक चुनी हुई सरकार को गिराने की कोशिश हो रही है, जिसमें केंद्रीय मंत्री और कुछ अन्य बीजेपी नेता भी शामिल हैं।ऐसे में अपील की है इसको रोका जाए। बता दें कि राजस्थान सरकार जल्द ही विधानसभा का सत्र बुला सकती है, जिसमें फ्लोर टेस्ट कराया जा सकता है। मौजूदा परिस्थितियों के हिसाब से गहलोत के पास 100 से ऊपर विधायकों का समर्थन है, जबकि पायलट गुट के पास 95 तक की संख्या है। इससे अभी स्थिति मे गहलोत गुट का पलड़ा भारी है।

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