Delhi News: स्वाति मालीवाल ने केजरीवाल के PA पर लगाया मारपीट का आरोप, BJP ने साधा निशाना
Delhi News: विशेष आयुक्त कानून व्यवस्था रवींद्र सिंह यादव ने इस खबर की पुष्टि की है।
Delhi News:आम आदमी पार्टी की नेता और दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर उनके पीए बिभव कुमार पर उनके साथ मारपीट करने का आरोप लगाया है। सूत्रों के मुताबिक, इस संबंध में सुबह करीब 9 बजे स्वाति मालीवाल ने सीएम आवास से पीसीआर कॉल की थी। कॉल के बाद दिल्ली पुलिस सिविल लाइंस स्थित मुख्यमंत्री आवास पहुंची।
अब तक पुलिस को नहीं दी शिकायत
वहीं स्वाति मालीवाल ने अभी तक इस संबंध में पुलिस को कोई शिकायत नहीं दी है। वह पहले मीडिया से बात करने जा रही हैं, उसके बाद दोबारा थाने आकर शिकायत देंगी। स्वाति ने एसएचओ को बताया कि उनके पास मीडिया वालों के कॉल आ रहे हैं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, पुलिस जब मौके पर पहुंची तो स्वाति वहां नहीं मिलीं। इसके बाद पुलिस ने उन्हें फोन किया तो उन्होंने कहा कि शिकायत बाद में देंगे। प्रोटोकॉल के तहत दिल्ली पुलिस सीएम हाउस के अंदर नहीं जा सकती है। पीसीआर कॉल की सच्चाई क्या है? पुलिस इसका पता लगाने में जुटी है। वहीं विशेष आयुक्त कानून व्यवस्था रवींद्र सिंह यादव ने इस खबर की पुष्टि की है।
...तो दिल्ली की बेटियां कैसे सुरक्षित हैं?
वहीं भाजपा ने इस मामले पर केजरीवाल सरकार पर जमकर निशाना साधा है। नई दिल्ली लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार बांसुरी स्वराज ने कहा, हमें आज बहुत ही शर्मशार कर देने वाली खबर पता चली है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के उकसाने पर उनके ओएसडी ने उनकी पार्टी की एक सांसद स्वाति मालीवाल के साथ मारपीट और दुर्व्यवहार किया है। उन्होंने आज सुबह ही दिल्ली पुलिस को फोन कर शिकायत कर दी थी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी में और उनके आवास पर ये व्यवहार हुआ है। भाजपा इसकी कड़ी निंदा करती है।
बांसुरी स्वराज ने कहा, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी में, उनके उकसाने पर, उनके ओएसडी ने स्वाति मालीवाल पर हाथ उठाया है, उनके साथ दुर्व्यव्हार किया है। अगर ये सच है तो भाजपा इसकी अभद्र निंदा करती है। ये शर्मसार करने वाली बात है और इसमें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जवाबदेही बनती है कि अगर उन्हीं की पार्टी की एक महिला सांसद, उन्हीं की मौजूदगी में, उन्हीं के घर पर सुरक्षित नहीं है तो दिल्ली की बेटियां कैसे सुरक्षित हैं?