LAC पर टैंक-मिसाइल: अब दफन होगा दुश्मन देश, सीमा पर नहीं चल पाएगा कोई चाल

अब लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल(LAC) पर चीन अपनी धोखेबाजी और गंदी हरकतों को अंजाम देने से पहले से सौ बार सोचेगा। सीमा पर भारत ने चीन के खिलाफ अपनी तैयारियों को पूरी तरह से दुरूस्त कर दिया है।

Update: 2020-10-02 07:59 GMT
ऐसे में भारत की सेना के लिए यह तैयारी काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। सीमा पर 7,800 करोड़ रुपये की इस योजना के लागू होने के बाद दुश्मन देश कोई नापाक गुस्ताखी नहीं कर पाएंगे। अब दुश्मन की हर हरकत पर सेना की तीखी सख्त और पैनी नजर होगी।

नई दिल्ली। अब लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल(LAC) पर चीन अपनी धोखेबाजी और गंदी हरकतों को अंजाम देने से पहले से सौ बार सोचेगा। सीमा पर भारत ने चीन के खिलाफ अपनी तैयारियों को पूरी तरह से दुरूस्त कर दिया है। भारतीय सेना के लिए सीमा पर ये तैयारी बिल्कुल लाजवाब मानी जा रही है। ऐसे में भारत के सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमिटी (CCS) ने अब लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल(LAC) के करीब मजबूत कम्युनिकेशन सिस्टम लगाने की मंजूरी दे दी है।

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सेना की तीखी सख्त और पैनी नजर

ऐसे में भारत की सेना के लिए यह तैयारी काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। सीमा पर 7,800 करोड़ रुपये की इस योजना के लागू होने के बाद दुश्मन देश कोई नापाक गुस्ताखी नहीं कर पाएंगे। अब दुश्मन की हर हरकत पर सेना की तीखी सख्त और पैनी नजर होगी।

जानकारी देते हुए रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमिटी(CCS) ने लंबे समय से आर्मी स्टेटिक स्वीच्ड कम्युनिकेशन नेटवर्क (ASCON) के फेज चार को स्थापित करने की मांग को मंजूरी दे दी है। इसकी स्थापना इंडियन टेलीफोन इंडस्ट्री करेगी। इस मामले में 7,796 करोड़ रुपये के अनुंबध पर हस्ताक्षर भी हो गया है।

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(courtesy- social media)

हाई बैंडविथ कम्युनिकेशन

इस पर मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि इस प्रोजेक्ट के पूरा होने से किसी भी प्रकार के अभियान के दौरान बेहतर सर्वेक्षण और हाई बैंडविथ मिलेगी और अंतरराष्ट्रीय सीमा के करीब कम्युनिकेशन कवरेज को बढ़ाएगा। आला अधिकारियों ने बताया कि नेटवर्क के जरिए पूर्वी सेक्टर और पश्चिम सीमा पर दूरदराज के इलाके में हाई बैंडविथ कम्युनिकेशन बढ़ेगा।

आगे इस बयान में कहा गया है कि इस प्रोजेक्ट से LAC पर सेना को अपने अभियान में बड़ी बढ़त हासिल होगी और संवेदनशील इलाकों में सेना को अपनी तैयारियों में मजबूती मिलेगी।

(courtesy- social media)

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रक्षा मंत्रालय ने आज भारतीय सेना की ताकत कई गुना बढ़ाने के लिए 10 लाख मल्टी-मोड हैंड ग्रेनेड की आपूर्ति के लिए इकनॉमिक एक्सप्लोसिव लिमिटेड (ईईएल), (सोलर ग्रुप) नागपुर के साथ एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए। सेना के लिए किया जा रहा ये सौदा करीब 409 करोड़ रुपये का है।

इन हैंड ग्रेनेड को मारने और शॉक देने के लिए सेना द्वारा इस्तेमाल होगा। इनका इस्तेमाल बस शॉक करने के लिए और घातक हथियार दोनों तरह से किया जा सकेगा।

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