बिहार: गठबंधन बचाने में तेजस्वी का होगा मुख्य किरदार, जाने उन्हें क्यों दे देना चाहिए इस्तीफा ?
देश में यादवों के दूसरे सबसे बड़े राजनीतिक परिवार पर सीबीआई छापे के बाद से ही बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर इस्तीफे का दबाब बढ़ गया है ।
लखनऊ : देश में यादवों के दूसरे सबसे बड़े राजनीतिक परिवार पर सीबीआई छापे के बाद से ही बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर इस्तीफे का दबाब बढ़ गया है । इस्तीफे को लेकर जितनी बेचैनी मीडिया में दिख रही उतनी कम से कम सरकार में तो कत्तई भी नहीं है । दिलचस्प है कि सीएम नीतिश कुमार ने तेजस्वी से त्यागपत्र नहीं मांगा है। तेजस्वी को सिर्फ ये कहा गया है कि वो जनता के बीच पूरे तथ्यों के साथ अपना पक्ष रखें ।
शैक्षणिक योगयता का जहां वात तो वो 10 वीं की परीक्षा नहीं दे सके थे। पिता लालू प्रसाद यादव को क्रिकेट से चिढ़ थी लेकिन तेजस्वी 19 साल से कम आयु की भारतीय क्रिकेट टीम में 12 वें खिलाड़ी थे । लिहाजा ये नहीं कहा जा सकता कि वो युवाओं के रोल माडल हो सकते हैं।
गठबंधन के टूटने पर नीतिश के लिए बीजेपी ने अपने दरवाजे खुले रखे हैं । नीतिश जानते हैं कि यदि तेजस्वी के मामले में राजद सरकार से अलग भी होता है तो उनकी सरकार पर तत्काल कोई खतरा नहीं है । लेकिन बड़ा सवाल ये कि क्या नीतिश बीजेपी के साथ मिलकर उसी स्वच्छंदता से सरकार चला सकते हैं जैसी अब चला रहे हैं? हो सकता है कि 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी ,नीतिश कुमार को सीएम का चेहरा ही नहीं रहने दे और कोई अपना नेता आगे कर दे। बीजेपी अच्छी तरह जानती है कि नीतिश कुमार की बैशाख्री ही उसे बिहार में जमीन दे सकती है ।नीतिश कुमार के साथ सीधी लड़ाई में बीजेपी ने अपना हश्र 2015 के चुनाव में देख लिया है ।