इस पूर्व कोच ने कोहली पर बोली बड़ी बात, कहा- टीम पर पड़ता है असर
धोनी की कप्तानी और कोहली की कप्तानी का अंदाज एक-दूसरे से बिलकुल ही अलग है। जिसके चलते कोहली की कप्तानी पर सवाल भी उठते रहे हैं।
भारतीय कप्तान विराट कोहली वर्तमान समय में देश के ही नहीं दुनिया के सबसे बेहतरीन खिलाड़ी हैं। कोहली की बल्लेबाजी का डंका पूरी दुनिया में बजता है। कोहली विश्व क्रिकेट में बतौर बल्लेबाज अपनी पूरी धाक जमा चुके हैं। अब कोहली महेंद्र सिंह धोनी के कप्तानी छोड़ने के बाद से भारतीय टीम की कप्तानी भी कर रहे हैं। धोनी की कप्तानी और कोहली की कप्तानी का अंदाज एक-दूसरे से बिलकुल ही अलग है। जिसके चलते कोहली की कप्तानी पर सवाल भी उठते रहे हैं।
धोनी-कोहली की कप्तानी स्टाइल अलग
दुनिया में अपनी बल्लेबाजी का लोहा मनवा चुके भारत के धाकड़ बल्लेबाज और कप्तान कोहली की कप्तानी को लेकर लोग कई तरीके की बातें करते रहते हैं। कुछ कोहली को एक बेहतर कप्तान मानते हैं तो कुछ की नजरों में कोहली को कप्तानी के बारे में अभी बहुत कुछ सीखना है। कोहली को टीम की कमान भारत के अभी तक के सबसे सफलतम कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के कप्तानी छोड़ने के बाद मिली है।
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ऐसे में हर किसी को कोहली से धोनी जैसी कप्तानी और करिश्मे की उम्मीद रहती है। लेकिन कोहली और धोनी की कप्तानी करने के अंदाज बिलकुल ही अलग है। जिसके चलते जब तब कोहली के फैसलों को लेकर उनकी कप्तानी पर सवाल उठते रहते हैं। धोनी जहां कैप्टन कूल के नाम से जाने जाते थे। वहीं कोहली को एक आक्रामक कप्तान माना जाता है।
कोहली हैं आक्रामक कप्तान
भले ही धोनी की तरह विराट वर्ल्ड क्रिकेट में अभी तक कामयाबी के कीर्तिमान नहीं बना पाए। लेकिन उनका जुनून जल्द ही उन्हें बड़े मुकाम पर ले जा सकता है। कोहली एक आक्रामक कप्तान हैं। जिसके चलते कई बार लोग उनकी आक्रामकता पर सवाल उठाते रहते हैं। कई लोगों का कहना है कि विरत बेवजह इतने आक्रामक रहते हैं। लेकिन कप्तान कोहली का मानना है कि इससे उनके खिलाड़ियों का हौंसला बढ़ता है। कोहली और धोनी कप्तान के रूप में दो अलग अलग शख्सियत हैं।
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धोनी जहां हमेशा शांत और अपनी भावनाएँ को कभी जाहिर न करने वाले खिलाड़ी के रूप में जाने जाते हैं। वहीं कोहली बल्लेबाजी से लेकर कप्तानी तक दोनों में अपने आक्रामक तेवर के लिए मशहूर हैं। कोहली कभी भी अपनी भावनाओं को छुपाते नहीं हैं। वो एक विकेट मिलने पर उतना ही जश्न मनाते हैं जितना अपना शतक पूरा होने पर।
कोहली हैं एक इमोशनल कप्तान
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इसी बीच हाल ही में कोहली और धोनी की कप्तानी पर बात करते हुए 2011 में टीम इंडिया के स्ट्रैंथ और मेंटल कंडीशनिंग कोच रह चुके पैडी अपटन बड़ा बयान ड़ोया है। अपटन ने धोनी और कोहली की कप्तानी में अंतर पूछने पर बताया 'धोनी और कोहली दो अलग तरह के कप्तान हैं। धोनी शांत और ठंडे दिमाग वाले कप्तान हैं। वहीं, कोहली इमोशनल कप्तान हैं।' पैडी अपटन ने कोहली की कप्तानी के बारे में बात करते हुए कहा 'विराट मैदान पर काफी ऊर्जावान होते हैं और इमोशन उनमें साफ नजर आता है।
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अपटन ने कोहली को एक भावुक कप्तान बताते हुए कहा कि कोहली एक भावुक कप्तान हैं। वो मैदान पर भी अपने इमोशन का खुलकर इजहार करते हैं।' पैडी ने कहा कि 'कप्तान जिस तरह से बर्ताव करते हैं उसका बहुत असर टीम के खिलाड़ियों पर भी पड़ता है। अगर टीम में कोई खिलाड़ी ज्यादा भावुक है तो वह कप्तान की बातों और कार्यों से ज्यादा प्रभावित होगा।'
कोहली की कप्तानी में कोई ICC का टूर्नामेंट नहीं जीता भारत
पूर्व कोच ने कोहली की जमकर तारीफ़ करते हुए कहा कि कोहली खिलाड़ियों में जोश भरते हैं और साथ ही उनमें खिलाड़ियों के आत्मविश्वास को कमजोर करने की भी क्षमता है। अपटन ने कहा कि अगर किसी खिलाड़ी को बार-बार खारिज किया जाता है तो उसके कॉन्फिडेंस पर इसका असर पड़ता है। साथ ही टीम में अगर किसी खिलाड़ी की तारीफ की जाए तो यह उसका हौसला बढ़ाता है, जिससे फिर वह अपनी बेस्ट परफॉरमेंस देता है।
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गौरतलब है कि विराट कोहली की कप्तानी में भारत एक भी आईसीसी टूर्नामेंट नहीं जीत पाया है। अब फैंस को कोहली से 2020 टी-20 वर्ल्ड कप की उम्मीद है।