अजूबा है ये मकान: मुजफ्फरपुर का एफिल टावर, जो सुने देखने को हो मजबूर
बिहार में एक 5 मंजिला मकान लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। वैसे तो 5 मंजिला मकान होने कोई बड़ी बात नहीं है पर आखिर क्यों ये लोगों की नजर में बना हुआ है। ये मकान बिहार के मुजफ्फरपुर के गन्नीपुर स्थित मुख्य सड़क के किनारे बना हुआ है।
नई दिल्ली : बिहार में एक 5 मंजिला मकान लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। वैसे तो 5 मंजिला मकान होने कोई बड़ी बात नहीं है पर आखिर क्यों ये लोगों की नजर में बना हुआ है। ये मकान बिहार के मुजफ्फरपुर के गन्नीपुर स्थित मुख्य सड़क के किनारे बना हुआ है। इस 5 मंजिला मकान की बनावट ऐसी गजब की है कि आस-पास से गुजरने वाला देखने को मजबूर हो जाता है।
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एक कमरे का फ्लैट
5 मंजिला इस इमारत के आगे के आधे हिस्से में सीढ़ियों बनी हैं जबकि दूसरे हिस्से में घर बना हुआ है। मकान का आधा हिस्सा जो करीब 20 फीट लंबाई और 5 फीट चौड़ाई वाला है, उसमें एक कमरे का फ्लैट बनाया गया है जिसमें शौचालय से लेकर किचन तक मौजूद है।
इस इमारत के आगे के आधे हिस्से में सीढ़ियों बनी हैं जबकि दूसरे हिस्से में घर बना हुआ है। मकान का आधा हिस्सा जो करीब 20 फीट लंबाई और 5 फीट चौड़ाई वाला है, उसमें एक कमरे का फ्लैट बनाया गया है जिसमें शौचालय से लेकर किचन है।
2012 में नक्शा पास होने के बाद 2015 में यह भवन बनकर तैयार हुआ। मकान बनने पर लोग इसे मुजफ्फरपुर का एफिल टावर तो कई लोग इसे अजूबाघर कहने लगे।
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बिल्कुल सपाट दिखने वाले इस मकान
मकान के आसपास रहने वाले लोगों का कहना है कि अपनी खास बनावट के चलते ये इमारत काफी लोकप्रिय हो चुका है। शादी के यादगार के तौर पर बनाए गए इस मकान के फिनिशिंग वर्क के बाद पिछले दो साल से इसका व्यावसायिक उपयोग भी शुरू हो गया है।
इमारत के आस-पास कोई मकान नहीं है। बिल्कुल सपाट दिखने वाले इस मकान को एक नजर देखने के लिए कलमबाग चौक से गन्नीपुर के रास्ते रामदयालु आने-जाने वाले लोग अवश्य रूक जाते हैं।
इस मकान में किचन और शौचालय का आकार ढाई गुना बनाम साढ़े तीन फुट है। कमरे की लंबाई 11 फीट और चौड़ाई 5 फीट है। कुल मिलाकर एक बैचलर के लिए ऊपर के चार फ्लैट तैयार किए गए हैं। जबकि इसके निचले फ्लोर को हॉलनुमा आकार देकर ऊपर जाने के लिए सीढ़ियां बनाई गई हैं।
मकान के निचले फ्लोर पर कौशल विकास केंद्र के लिए ट्रेनिंग सेंटर खोला गया है जिसमें एक साथ 20 छात्र कंप्यूटर की शिक्षा लेते हैं. जबकि ऊपर के मंजिलों पर बैचलर छात्र रहते हैं।
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जमीन बेचने की भी सलाह दी
मकान के आस-पास जलजमाव को देखते हुए संकरे जगह में बना पांच मंजिला यह मकान गिर न जाये इसके लिए हाल के दिनों में पड़ोस के खाली जगह पर थोड़ा सा निर्माण कराया गया है। लेकिन छोटी सी जगह पर ऊंचा मकान बनाकर फिलहाल मुजफ्फरपुर में लोगों के आकर्षण का केंद्र यह अजूबा घर अवश्य बन गया है।
इस मकान को संतोष और अर्चना ने शादी के बाद 6 फीट चौड़ा और 45 फीट लंबा भूखंड खरीदा था। लेकिन जमीन की चौड़ाई महज 6 फीट रहने के कारण कई वर्षों तक उन्होंने इसपर कोई निर्माण नहीं करवाया।
लोगों ने उन्हें जमीन बेचने की भी सलाह दी लेकिन शादी की यादगार वाली इस भूखंड पर दोनों ने मकान बनाने की ठानी और खुद मकान का नक्शा लेकर निगम के इंजीनियर के पास गए और नक्शा पास करवाया और फिर मकान बनवाना शुरू किया।
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