25 साल बाद त्रिपुरा लाल मुक्त, केसरिया युक्त की नई शुरुआत

पूर्वोत्तर के तीन राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजे आ रहे हैं। त्रिपुरा, नगालैंड और मेघालय में सत्ता परिवर्तन का संकेत दिख रहा है, लेकिन सबसे चौंकाने वाले परिणाम त्रिपुरा से आए। इस बार त्रिपुरा में बीजेपी का परचम लहराते हुए दिख रहा है। मोदी लहर में लेफ्ट का 25 साल का किला ढह गया। 59 सीटों पर आ रहे नतीजों में बीजेपी गठबंधन अभी तक 40 सीटों पर बढ़त बना चुकी है और लेफ्ट 20 से नीचे सीटों पर सिमट रहा है।

Update:2018-03-03 12:36 IST

नई दिल्ली: पूर्वोत्तर के तीन राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजे आ रहे हैं। त्रिपुरा, नगालैंड और मेघालय में सत्ता बदलाव का संकेत दिख रहा है, लेकिन सबसे चौंकाने वाले परिणाम त्रिपुरा से आए।

इस बार त्रिपुरा में बीजेपी का परचम लहराते हुए दिख रहा है। मोदी लहर में लेफ्ट का 25 साल का किला ढह गया। 59 सीटों पर आ रहे नतीजों में बीजेपी गठबंधन अभी तक 40 सीटों पर बढ़त बना चुकी है और लेफ्ट 20 से नीचे सीटों पर सिमट रहा है।

रुझानों में बीजेपी को बहुमत मिलते ही त्रिपुरा के कार्यकर्ताओं ने पार्टी मुख्यालय में होली मनानी शुरू कर दी। कार्यकर्ताओं ने लगातार खुशी में एक दूसरे को गुलाल लगा रहे हैं। एक हिंदी चैनल से हातचीत में कई कार्यकर्ताओं ने बताया कि हमारे लिए आज आजादी का दिन है, पिछले 25 साल से हम घुट-घुट कर जी रहे थे।

कई कार्यकर्ता बात करते हुए भावुक हो गए और रो पड़े। कुछ कार्यकर्ता ने कहा कि पिछले कई सालों से यहां माणिक सरकार सत्ता में हैं, लोगों को उनका भ्रष्टाचार नहीं दिख रहा था। लेकिन बीजेपी के कारण उनका भ्रष्ट चेहरा देश के सामने समक्ष है।

रुझानों में बहुमत पर बीजेपी कार्यकर्ता ने बताया कि हम लगातार कई दिनों से काम कर रहे थे और होली नहीं मनाई। उन्होंने कहा कि हम आज बीजेपी की जीत हासिल करने के बाद ही होली खेलेंगे।

बीजेपी के त्रिपुरा प्रभारी सुनील देवधर का कहना है कि इस बार त्रिपुरा में इतिहास रचा गया है, पार्टी ने काफी मेहनत की है। हमने बूथ लेवल पर काम किया है और पन्ना प्रमुखों ने बीजेपी की जीत में काफी अहम भूमिका निभाई है।

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