पालघर में साधुओं की हत्या: उद्धव सरकार ने की कड़ी कार्रवाई, ले लिया ये बड़ा फैसला

महाराष्ट्र के पालघर में जूना अखाड़े के दो साधुओं और उनके ड्राइवर की हत्या के मामले में महाराष्ट्र सरकार ने कड़ी कार्रवाई की है। प्रदेश की उद्धव सरकार ने पालघर के एसपी गौरव सिंह को छुट्टी पर भेज दिया है।

Update: 2020-05-07 19:18 GMT

मुंबई: महाराष्ट्र के पालघर में जूना अखाड़े के दो साधुओं और उनके ड्राइवर की हत्या के मामले में महाराष्ट्र सरकार ने कड़ी कार्रवाई की है। प्रदेश की उद्धव सरकार ने पालघर के एसपी गौरव सिंह को छुट्टी पर भेज दिया है। इसके साथ ही सरकार ने पालघर की जिम्मेदारी अब एडिशनल एसपी को सौंप दी है।

बता दें कि 16 अप्रैल की रात पालघर जिले के एक गांव में भीड़ ने दो साधुओं और ड्राइवर की पीट-पीट की बेरहमी से हत्या कर दी थी। पुलिस ने इस मामले में अब तक 115 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। साधुओं की हत्या के बाद देश में सियासी बवाल खड़ा हो गया था।

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महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने बृहस्पतिवार को जानकारी दी कि राज्य सरकार ने पालघर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) गौरव सिंह को अनिवार्य अवकाश पर भेजने का निर्णय लिया है। देशमुख गुरुवार को गडचिंचले गांव में गए थे जहां 16 अप्रैल की रात साधुओं की हत्या हुई थी। उन्होंने स्थानीय जनप्रतिनिधियों से बातचीत की।

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उन्होंने कहा कि पालघर की घटना मानवता पर कलंक है। देशमुख ने एक वीडियो संदेश जारी कर कहा कि मैंने वहां जनप्रतिनिधियों, विधायक, सांसद, ग्राम पंचायत के सदस्यों और अन्य से भेंट की। उसके बाद राज्य सरकार ने पालघर के पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह को अनिवार्य अवकाश पर भेजने का निर्णय लिया।

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पालघर में साधुओं की भीड़ ने कर दी हत्या

बता दें कि महाराष्ट्र के पालघर के गड़चिनचले गांव में 16 अप्रैल की रात दो साधुओं और उनके ड्राइवर की पीट-पीटकर बेरहमी से हत्‍या हुई थी। घटना के दिन दोनों साधु इंटिरियर रोड से होते हुए मुंबई से गुजरात जा रहे थे। किसी ने उनके चोर होने की अफवाह उड़ा दी जिसके बाद सैकड़ों लोगों की भीड़ उनके ऊपर टूट पड़ी। यह पूरी घटना वहां मौजूद कुछ पुलिसकर्मियों के सामने घटी थी। महाराष्ट्र सरकार ने घटना के बाद इस मामले की जांच महाराष्ट्र पुलिस की अपराध शाखा (CID) को सौंपी है। इस मामले में अब तक 115 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

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