Budget 2023: बजट पर राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया, किसी ने सराहा तो किसी ने निकाली भड़ास, जानें किसने क्या कहा?

Budget 2023-24: आम बजट पर राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया आने लगी है। किसी ने बजट को सराहा तो किसी राजनेता ने अपनी भड़ास निकाली। यहां देखें किसने क्या कहा?

Written By :  aman
Update:2023-02-01 19:12 IST

Nirmala Sitharaman (Social Media)

Union Budget 2023: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने बुधवार (1 फ़रवरी) को आम बजट 2023-24 संसद में पेश किया। सरकार इस बजट को 'सर्वजन हिताय' वाला बता रही है।  प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए बजट को वंचितों को वरीयता देने वाला बताया। उन्होंने इसे मिडिल क्लास की उम्मीदों वाला बजट बताते हुए वित्त मंत्री की पीठ थपथपाई। वहीं, विरोधी दलों की प्रतिक्रिया आने लगी है। बजट पेश होने के बाद तमाम विपक्षी पार्टियों के नेता इसकी आलोचना कर रहे हैं। आइये जानें किसने क्या कहा?

CM योगी- आर्थिक महाशक्ति की दिशा में मील का पत्थर

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'मैं आजादी के अमृत काल में प्रस्तुत 'विकसित भारत' के संकल्प को पूर्ण करते सर्वसमावेशी और लोक-कल्याणकारी केंद्रीय बजट 2023-24 का स्वागत करता हूं। आदरणीय प्रधानमंत्री जी एवं मा. केंद्रीय वित्त मंत्री जी का हार्दिक अभिनंदन।" उन्होंने कहा, "वर्तमान केंद्रीय बजट गांव, गरीब, किसान, नौजवान व महिलाओं समेत समाज के हर वर्ग की आशाओं और राष्ट्र के समग्र उत्थान की अपेक्षाओं को पूरा करने वाला है। निःसंदेह, यह बजट भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।'

मुख्यमंत्री ने कहा, 'आज प्रस्तुत हुए आम बजट 2023-24 में 'नए भारत' की समृद्धि का संकल्प है, अंत्योदय का विजन है, 130 करोड़ देश वासियों की सेवा का लक्ष्य है।

केशव मौर्य- आज़ादी के बाद का सबसे शानदार बजट

उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी बजट पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, 'ये स्वतंत्र भारत के इतिहास का अब तक का सबसे शानदार बजट है।'यह अमृत काल का बजट है। वैश्विक मंदी के बावजूद दुनिया ने भारत की आर्थिक स्थिति को सराहा है। हमारी अर्थव्यवस्था सही रास्ते पर है।'

मायावती ने पूछा-..झूठी उम्मीदें क्यों?  

बहुजन समाज पार्टी (BSP) की सुप्रीमो मायावती ने कहा, 'देश में पहले की तरह पिछले नौ वर्षों में भी केन्द्र सरकार के बजट आते-जाते रहे जिसमें घोषणाओं, वादों, दावों व उम्मीदों की बरसात की जाती रही, किन्तु वे सब बेमानी हो गए जब भारत का मिडिल क्लास महंगाई, गरीबी व बेरोजगारी आदि की मार के कारण लोअर मिडिल क्लास बन गया, अति-दुखद।' उन्होंने कहा, इस वर्ष का बजट भी कोई ज्यादा अलग नहीं. पिछले साल की कमियाँ कोई सरकार नहीं बताती और नए वादों की फिर से झड़ी लगा देती है जबकि जमीनी हकीकत में 100 करोड़ से अधिक जनता का जीवन वैसे ही दाव पर लगा रहता है जैसे पहले था. लोग उम्मीदों के सहारे जीते हैं, लेकिन झूठी उम्मीदें क्यों?'

अखिलेश- भाजपाई बजट महंगाई-बेरोज़गारी बढ़ाता है  

समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव (Samajwadi Party Chief Akhilesh Yadav)ने प्रतिक्रिया दी। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने बीते सालों के बजट की याद दिलाते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकार पर जमकर भड़ास निकाली। अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, 'भाजपा अपने बजट का दशक पूरा कर रही है, पर जब जनता को पहले कुछ न दिया तो अब क्या देगी। भाजपाई बजट महंगाई व बेरोज़गारी को और बढ़ाता है। किसान, मजदूर, युवा, महिला, नौकरीपेशा, व्यापारी वर्ग में इससे आशा नहीं निराशा बढ़ती है क्योंकि ये चंद बड़े लोगों को ही लाभ पहुँचाने के लिए बनता है।'

तेजस्वी यादव- टैक्स में छूट आंखों में धूल झोंकने के बराबर

बिहार के मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, टैक्स में छूट आंखों में धूल झोंकने के बराबर है। इसी बहाने एक ट्वीट कर तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार पर तंज कसा। लिखा, '2014 में केंद्र की भाजपा सरकार ने कहा कि, 2022 में किसानों की आय दुगुनी करेंगे। 2022 में सबको आवास देंगे। 2022 तक 80 करोड़ लोगों को नौकरी-रोजगार देंगे। अब 2023 भी आ गया लेकिन इनकी जुमलेबाजी की आदत नहीं गयी। BJP को 100% सांसद देने वाले बिहार को भाजपाइयों ने बजट में फिर ठगा।'

अमित शाह ने बताया दूरदर्शी बजट  

मोदी सरकार द्वारा लाया गया बजट-2023 अमृतकाल की मजबूत आधारशिला रखने वाला बजट है। मुझे विश्वास है कि यह सर्वसमावेशी और दूरदर्शी बजट हर वर्ग को साथ लेकर चलने वाली मोदी सरकार के आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को और गति देगा। उन्होंने लिखा, मध्यम व वेतनभोगी वर्ग को टैक्स में बड़ी राहत देने के लिए मोदी जी का आभार। टैक्स रिबेट को ₹5 लाख से बढ़ाकर ₹7 लाख करना और टैक्स स्लैब में किये गए अभूतपूर्व बदलाव से मध्यम वर्ग को बहुत लाभ होगा। साथ ही सरकारी कर्मचारियों को दी गई राहत का भी मैं स्वागत करता हूँ। #AmritKaalBudget

यूपी कांग्रेस- ये बजट छलावा है

उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने कहा, 'यह बजट पूरी तरह मध्यम वर्ग, श्रमिक, किसान, युवा, महिला तथा छात्र विरोधी है। भाजपा के पूर्व के जुमलों पर एक बार फिर बजट के माध्यम से जुमले का पर्दा डालने का मात्र प्रयास है। बजट पूरी तरह आम जनता के हितों पर कुठाराघात और छलावा है। उन्होंने कहा कि यह चुनावी बजट है। किसानों के लिए कुछ नहीं है। किसानों की एमएसपी की बात नहीं की है। रेलवे को पूरी तरह नज़र अंदाज किया गया है। आधे से ज्यादा आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में बसती है लेकिन उनके लिए कुछ नहीं किया है। ये बहुत ही निराशाजनक बजट है। टैक्स स्लैब में बदलाव अच्छा, लेकिन सरकार बताएं कि गरीब, किसान, बेरोजगारों को क्या दिया गया है।'

राजनाथ सिंह- आर्थिक विकास को बढ़ाने में मिलेगी मदद

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बजट पर कहा, 'कृषि, आवास, स्वास्थ्य सेवा और विनिर्माण क्षेत्रों पर बढ़ते खर्च के साथ-साथ बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में निवेश के माध्यम से रोजगार सृजित करने से सभी के लिए अधिक अवसर पैदा करने और आर्थिक विकास को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी!'

शिवपाल- बजट में रोजगार व कारोबारी हितों की अनदेखी

समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल यादव ने कहा, 'बजट में रोजगार व कारोबारी हितों की अनदेखी की गई है। MSME व किसानों की आय बढ़ाने को लेकर बजट मौन है। नौजवानों, महिलाओं, मजदूरों,नौकरीपेशा,व्यापारी वर्ग और विशेषकर मध्य वर्ग के लिए यह बजट मात्र एक छलावा या आभासी स्क्रैच कार्ड है,जिसमें एक संदेश छुपा होता है-"BETTER LUCK NEXT TIME"।'

मल्लिकार्जुन खड़गे- बजट चुनाव के मद्देनजर, देश के नहीं

कांग्रेस और बीजेपी की तकरार जगजाहिर है। कांग्रेस ये कह रही है कि नरेंद्र मोदी सरकार ने बीते साल का बजट पेश कर जो तारीफ बटोरनी थी, बटोर चुकी, लेकिन अब उसकी हकीकत सामने आ रही है। ये बजट देश में इस साल कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों की पिच तैयार करने का जरिया बना है। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने तो साफ-साफ कहा, 'ये बजट केवल चुनाव को ध्यान में रखकर पेश किया गया है। देश को ध्यान में रखकर नहीं। इस बजट में भयंकर बेरोजगारी का हल ढूंढने तक की कोशिश नहीं की है।'

ममता बनर्जी- ये बजट पूरी तरह मौकापरस्त

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, 'ये केंद्रीय बजट भविष्य को लेकर तैयार नहीं किया गया है। पूरी तरह से मौकापरस्त, जनविरोधी और गरीबों के खिलाफ है। यह केवल एक वर्ग के लोगों को फायदा पहुंचाएगा। इससे देश में बेरोजगारी के मुद्दे को हल करने में मदद नहीं मिलेगी। इसे 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते तैयार किया गया है।' 

डिंपल यादव- बजट में रेलवे को भी दरकिनार किया गया

समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव (dimple yadav) ने बजट को निराशाजनक बताया। उन्होंने कहा, 'बजट चुनाव को देखते हुए पेश किया गया है। सपा सांसद ने कहा, भले ही मध्यम वर्ग को कुछ छूट दी गई। लेकिन, सरकार ने किसानों, युवाओं के बारे में कुछ नहीं कहा। इस बजट में रेलवे को भी दरकिनार किया गया..यह निराशाजनक बजट रहा है।'

पीयूष गोयल- इस बजट में निरंतरता है

केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल (Union Commerce Minister Piyush Goyal) ने कहा, 'बजट 2023-24 के बजट को चुनाव को ध्यान में रखकर बनाया गया है। बजट को रेवड़ी कहने वालों को करारा जवाब दिया गया है। पीयूष गोयल बोले, 'इस बजट में बहुत निरंतरता है। चुनावी बजट वह होता है, जहां 'रेवड़ियां' बांटी जाती हैं। ये बजट 140 करोड़ लोगों को सशक्त बनाता है। ये बजट भारत को उज्जवल भविष्य के मद्देनजर तैयार हुआ है।'

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