Cabinet Meeting: मोदी सरकार ने किसानों को दिया बड़ा तोहफा, धान, मक्का, अरहर, कपास के MSP में वृद्धि का ऐलान

Union Cabinet Meeting: पीएम मोदी के नेतृत्व में केंद्र में बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार अपने नौ वर्ष पूरी कर चुकी है। मोदी सरकार अब अपने दूसरे कार्यकाल के अंतिम वर्ष में दाखिल हो चुकी है।

Update:2023-06-07 15:16 IST
Union Cabinet Meeting (photo: social media )

Union Cabinet Meeting: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आज यानी बुधवार 7 जून को केंद्रीय कैबिनेट की बैठक हुई। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, मीटिंग सुबह साढ़ 10 बजे पीएम के आधिकारिक आवास पर शुरू हुई। इस बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है, साथ ही कई बड़े निर्णय भी लिए जा सकते हैं।

पीएम मोदी के नेतृत्व में केंद्र में बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार अपने नौ वर्ष पूरी कर चुकी है। मोदी सरकार अब अपने दूसरे कार्यकाल के अंतिम वर्ष में दाखिल हो चुकी है। जैसा की माना जाता रहा है कि किसी भी सरकार के कार्यकाल का आखिरी वर्ष चुनावी साल होता है, मोदी सरकार के लिए भी चुनावी वर्ष शुरू हो चुका है। ऐसे में माना जा रहा है कि सरकार कुछ लुभावने ऐलान भी कर सकती है। बैठक में बताया कि 2014 की तुलना में महंगाई दर में कमी आई है।

किसानों के खुशखबर, एमएसपी बढ़ी

कैबिनेट बैठक की जानकारी देते हुए केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बतया कि किसानों के कई बड़े फसले लिए गए हैं। धान, मूंगफली समेत कई फसलों में न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) बढ़ा दिया गया है। मूंगफली पर 9 फीसदी और धान पर सात फीसदी समर्थन मूल्य बढ़ाया गया। उड़द दाल, कपास, सूरजमुखी के बीज आदि पर एमएसपी पर बढ़ा दी गई है।

31 मई को हुई थी पिछली कैबिनेट मीटिंग

इससे पहले बीते 31 मई को पीएम मोदी की अगुवाई में केंद्रीय कैबिनेट की मीटिंग हुई थी। इस बैठक में भी कई बड़े निर्णय लिए गए थे। सहकारी क्षेत्र में अनाज भंडारण क्षमता बढ़ाने के लिए एक लाख करोड़ रूपये की योजना की मंजूरी दी गई थी। देश में अनाज भंडारण क्षमता फिलहाल 1450 लाख टन है। अगले पांच साल में इसकी क्षमता बढ़ाकर 2150 लाख टन करने का लक्ष्य है। मोदी सरकार का लक्ष्य हर ब्लॉक में 2 हजार टन भंडारण क्षमता का गोदाम बनाने का है।

...ताकि ज्यादा दालों की हो बुआई !

केंद्रीय कैबिनेट की बैठक (Central Cabinet Meeting) में वर्ष 2023-24 मार्केटिंग सीजन के लिए केंद्र सरकार के इस फैसले से किसानों को फायदा मिलेगा। माना जा रहा है इससे किसान अरहर दाल (तुअर दाल) की ज्यादा बुआई करने को प्रेरित होंगे। साथ ही, उपज पर अधिक कीमत भी मिलेगी। व्यापारी से लेकर मिल वालों ने केंद्र सरकार से अरहर दाल की MSP बढ़ाने की मांग की थी, ताकि देश में इसकी पैदावार अधिक हो सके। ज्ञात हो कि, बीते कुछ महीनों में अरहर दाल की कीमतों में 10 प्रतिशत से ज्यादा की वृद्धि देखने को मिली है।

जानकारी के लिए बता दें कि, मौजूदा वक़्त में अरहर दाल की MSP मूंग दाल की एसएसपी (7755 रुपये प्रति क्विंटल) से भी कम है। देश में अरहर दाल की खपत को पूरा करने के लिए सरकार ने 2023-24 मार्केटिंग सीजन (2023-24 marketing season) के लिए अतिरिक्त मात्रा में दाल का आयात किया है। सरकार के इस फैसले का मकसद घरेलू बाजार में अरहर दाल की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाना है।

धान, मक्के कपास की MSP में वृद्धि

अन्य खरीफ फसलों (Kharif Crops) जैसे धान (कॉमन) के MSP को 2,040 रुपए से बढ़ाकर 2,183 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया गया है। 'ग्रेड ए' धान के MSP को 2,060 रुपए से बढ़ाकर 2,203 रुपए प्रति क्विंटल किया गया है। इसी प्रकार, मक्के के MSP को 1962 रुपए प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 2,090 रुपए प्रति क्विंटल किया गया है। कपास के MSP में 9 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है। मूंगफली के MSP में भी 9 फीसद का इजाफा हुआ है।

केंद्रीय कैबिनेट मीटिंग में लिए गए फैसलों की जानकारी केंद्रीय वाणिज्य, खाद्य और उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने दी। उन्होंने कहा, कि पिछले कई वर्षों में इस साल MSP में सबसे बड़ी बढ़ोतरी की गई है। लागत से 50 प्रतिशत अधिक MSP रखने का केंद्र सरकार ने फैसला लिया था, उसी के अनुसार एमएसपी में वृद्धि की गई है।

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