भारत बंद पर बोले रविशंकर- बढ़ती कीमतों पर सरकार का कोई हाथ नहीं

Update: 2018-09-10 09:52 GMT

नई दिल्ली: पेट्रोल -डीजल के बढ़ते दाम और महंगाई के खिलाफ कांग्रेस पार्टी ने आज देशभर में भारत बंद का आह्वान किया है। पार्टी पदाधिकारियों की तरफ से दावा किया जा रहा है कि उसे 20 राजनीतिक दलों का समर्थन प्राप्त है। बंद के दौरान दिल्ली, बिहार समेत देश के अलग-अलग राज्यों से हिंसा की खबरें भी सामने आई है। बिहार में प्रदर्शन के दौरान जाम में फंसने से 2 साल की एक बच्ची की मौत की भी खबर है।

केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भारत बंद पर कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा उन्होंने कहा कि जनता को परेशानी है लेकिन वह बंद के साथ नहीं है। हम जनता की परेशानी के साथ खड़े हैं। महंगाई पर नियंत्रण करने की पूरी कोशिश कर रही है हम इसका समाधान भी निकालने में जुटे हुए हैं।

केंद्रीय मंत्री ने मीडिया से बातचीत में कहा कि डीजल और पेट्रोल की कीमत का बढ़ना हमारे हाथ में नहीं है। जिन देशों में पेट्रोल उत्पादन हो रहा है वहां पेट्रोलियम पदार्थों के उत्पादन पर सीमाएं है ।वेनेजुएला में राजनीतिक अस्थिरता बनी हुई है। ईरान-इराक भी अस्थिरता के दौर में हैं। हमारी सरकार ने महंगाई को कम करने की कोशिश की और उसमें सफलता भी मिली है। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि जिस तरह से आज कांग्रेस सहित कुछ अन्य विपक्षी दलों ने भारत बंद का आह्वान किया है।

लोकतंत्र में विरोध करने का अधिकार है और उस विरोध करने के अधिकार का हम स्वागत करते है। लेकिन मैं पूछना चाहता हूं कि क्या लोकतंत्र में राजनीति हिंसा के माध्यम से होगी।

बंद के दौरान जिस तरह से बिहार के जहानाबाद में बच्ची की मौत हुई है उससे मैं दुखी हूं और पूछना चाहता हूं कि इसके लिए कौन जिम्मेदार है। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि प्रजातंत्र की खूबसूरती यही है कि किसी भी हाल में अस्पताल, एंबुलेंस और दवा की दुकानें काम करती रहेंगी और खुली रहेंगी बिना किसी रुकावट के। लेकिन जिस तरह से दो साल की बच्ची की बंद की वजह से मृत्यु हुई है इससे देश में डर का माहौल पैदा करने की कोशिश की जा रहा है।

उन्होंने कहा कि जब बंद सफल नहीं हुआ तब कांग्रेस पार्टी हिंसा के माध्यम से नागरिकों में डर का माहौल पैदा करने की कोशिश कर रही है जिसकी हम भर्त्सना करते हैं।

यूपीए सरकार में 2009 में महंगाई दर 9 फीसदी थी जो 2014 से 4 फीसदी पर पहुंच गई है। हम इनकम टैक्स से लेकर जीएसटी तक जनता की मदद कर रहे हैं और उन्हें रिलीफ दे रहे हैं। मैं आंकड़ों की बात नहीं कर रहा हूं बल्कि आज महंगाई पर चर्चा करने आए हैं। खाने के अधिकार की बात करें तो रियायती खान पान पर एक लाख मनरेगा पर 7 हजार करोड़ का खर्चा आता है।

इसके साथ ही रविशंकर प्रसाद ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भी आड़े हाथों लिया और उन्हें सीधी बहस के लिए आमंत्रित किया। वहीं उन्होंने देश को सबसे बड़ी चिंता राहुल गांधी को बताया। प्रसाद ने कहा कि देश में सबसे बड़ी चिंता राहुल के बोलने से हो रही है।

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