भारत ने खोज ली कोरोना की दवा! UP के इस अस्पताल में मरीजों पर सफल परीक्षण

देश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इस महामारी की दुनिया में अभी कोई दवा नहीं है। अब इस बीच एक राहत देने वाली खबर है। उत्तर प्रदेश के इटावा स्थित सैफई चिकित्सा विश्वविद्यालय(पीजीआई) ने आयुर्वेदिक दवा राज निर्वाण बूटी (आरएनबी) तैयार की है।

Update:2020-06-02 12:17 IST

नई दिल्ली: देश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इस महामारी की दुनिया में अभी कोई दवा नहीं है। अब इस बीच एक राहत देने वाली खबर है। उत्तर प्रदेश के इटावा स्थित सैफई चिकित्सा विश्वविद्यालय(पीजीआई) ने आयुर्वेदिक दवा राज निर्वाण बूटी (आरएनबी) तैयार की है। इस आयुर्वेदिक दवा से करोना के मरीजों को राहत मिली रही है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. राजकुमार ने बताया कि अस्पताल में भर्ती 20 मरीजों पर इस बूटी के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं।

उन्होंने बताया कि इसके परिणामों पर पायलट स्टडी भी हो रही है। जल्द ही इसे देश के सामने लाएंगे। प्रो. डॉ. राजकुमार ने कहा कि यह दवा 12 आयुर्वेदिक मिश्रणों से बनाई हुई है। उन्होंने बताया किकोरोना मरीजों पर रिसर्च के प्रोटोकॉलों का अनुपालन कर इसे आजमाया गया है।

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कोरोना के केस आने के साथ ही विश्वविद्यालय ने इसपर शोध शुरू कर दिया था। उन्होंने कहा कि हमने सबसे पहले यह देखा कि कोरोना शरीर के किन-किन हिस्सों पर पहले हमला करता है। जिसकी वजह से कोरोना मरीज की मौत भी हो सकती है। इसके बाद प्राचीन चिकित्सा की उन दवाओं को छांटा गया जो इस सिस्टम के लिए कारगर हैं।

उन्होंने बताया कि फिर इन प्राचीन दवाओं पर आधुनिक चिकित्सा में हुए शोधों का अध्ययन किया गया। महत्वपूर्ण शोध के लिए विश्व प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्यों की मदद भी ली गई। फिर कोविड-19 अस्पताल में भर्ती 103 मरीजों में से 20 मरीजों का चयन हुआ जिनमें कोरोना के अधिक लक्षण थे।

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इथिकल क्लियरेंस लेने के बाद इन मरीजों पर रिसर्च क्लीनिकल ट्रायल डॉक्यूमेंट्री प्रूफ के साथ शुरू हुआ। राज निर्वाण बूटी के मरीजों पर सकारात्मक परिणाम भी आ गए। सभी मरीज पांच से सात दिनों में ठीक होने लगे।

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उन्होंने बताया कि राज निर्वाण बूटी की 125 मिली ग्राम मात्रा पांच मिलीग्राम शहद के साथ दी जाती है। प्रो. राजकुमार का कहना है कि इस ट्रायल को आगे भी 20 अन्य करोना पॉजिटिव मरीजों पर किया जा रहा है। अगर यह ट्रायल भी सफल रहा तो यह माना जाएगा कि भारत ने कोरोना का ट्रीटमेंट खोज लिया है। प्रो. राजकुमार ने ये सारी बातें एक मीडियो को दी हैं।

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