Condom Addiction: यहां के युवा कर रहे कंडोम का जानलेवा नशा, डॉक्टरों का राय जानकर हैरान हो जाएंगे आप

Condom Addiction: नशे की प्रचलित सामग्रियों के इतर युवा नए प्रकार के नशीली पदार्थों का इस्तेमाल भी करने लगे हैं, जो कंडोम में पाया जाता है और उनके लिए यह प्राणघातक साबित हो सकता है।

Update:2023-01-18 11:22 IST

कंडोम का नशे के तौर पर इस्तेमाल करने से मौत हो सकती है जानें क्या कहते हैं डॉक्टर्स (Photo- Social Media)

Condom Addiction: आजकल युवाओं में कंडोम के नशे की लत लगी है। सुनकर आप भी हैरान रह गए होंगे क्योंकि इसका इस्तेमाल असुरक्षित यौन संबंधों से बचने के लिए किया जाता है। लेकिन युवा इसका इस्तेमाल मादक पदार्थ की तरह कर रहे हैं। कुछ समय पहले पश्चिम बंगाल से ऐसी ही खबर आई थी, जहां अचानक दुकानों से कंडोम के पैकेट खत्म होने लगे। पहले 3 से 4 कंडोम की बिक्री होती थी, मगर अब कंडोम दुकानों से गायब हो जा रहे हैं।

अचानक कंडोम की डिमांड बढ़ने पर हुआ शक

मेडिकल शॉप चलाने वाले भी हैरत में पड़ गए कि अचानक कंडोम की डिमांड इतनी कैसे बढ़ गई। फ्लेवर्ड कंडोम की मांग में भारी वृद्धि को देखते हुए कुछ दुकानदारों ने अपनी मन की जिज्ञासा को शांत करने के लिए एक युवक से पूछ डाला कि आखिर इतने कंडोम का करते हैं। युवक के उत्तर से दुकानदार दंग रह गया। युवक ने बताया कि वो इन कंडोम का इस्तेमाल नशे के लिए करता है।

कंडोम को ऐसे तब्दील किया जाता है मादक पदार्थ में

जानकार बताते हैं कि फ्लेवर्ड कंडोम में कुछ सुगंधित यौगिक होते हैं। अल्कोहल बनाने के दौरान ये टूट जाते हैं। ये लत लगाने वाले होते हैं और इनसे नशा जैसा महसूस होता है। कंडोम को अल्कोहल में तब्दील करने के लिए लंबे समय तक उसे पानी में गर्म किया जाता है। इस द्रव्य का सेवन करने से नशा होता है।

प्राणघातक है कंडोम का नशे के तौर पर सेवन

स्वास्थ्य विशेषज्ञ युवाओं में बढ़ते कंडोम के नशे के लत को गंभीर समस्या मान रहे हैं। ये नशा सेहत के लिए अत्यंत ही खतरनाक है। इसके आदी युवा सांस से संबंधित रोग के शिकार हो सकते हैं। इसके अलावा इससे दिल का दौड़ा पड़ सकता है, ब्रेन डेड हो सकता है। यहां तक लीवर-किडनी भी खराब हो सकती है।

युवाओं में नशे की बढ़ रही लत से समाज चिंतित है। आजकल काफी कम उम्र से ही युवा इसके आदी होते जा रहे हैं। सरकार से लेकर तमाम गैर सरकारी संगठन प्रभावित लोगों को इससे निकालने की कोशिश में जुटे हुए हैं। कुछ राज्यों ने तो शराबबंदी जैसे कड़े कदम भी उठाए लेकिन फिर भी परिणाम अपेक्षित नजर नहीं आ रहे हैं। नशे की प्रचलित सामग्रियों के इतर युवा नए प्रकार के नशीली पदार्थों का इस्तेमाल भी करने लगे हैं, जो उनके लिए प्राणघातक साबित हो सकता है।

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