Uttarakhand: अवैध मजारों पर सीएम धामी सख्त, कहा- देवभूमि में लैंड जिहाद को पनपने नहीं देंगे!

Uttarakhand News: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में अवैध मजारों को ध्वस्त करेंगे। ये नया उत्तराखण्ड है। यहां अतिक्रमण करना तो दूर इसके बारे में अब कोई सोचे भी ना।

Update:2023-04-07 20:37 IST
फोटो- उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी (साभार- सीएम धामी के ट्विटर से)

Uttarakhand: उत्तराखंड स्थित जिम कार्बेट नेशनल पार्क बाघों के लिए मशहूर है। बड़ी संख्या में सैलानी यहां घूमने आते हैं। लेकिन इन दिनों यह खूबसूरत स्थान अतिक्रमण को लेकर खबरों में है। नेशनल पार्क के अंदर बने मजारों पर राज्य सरकार ने सख्त कार्रवाई का निर्णय लिया है। स्वयं सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं। उन्होंने अतिक्रमणकारियों को 6 महीने के अंदर जगह खाली करने का अल्टीमेटम दिया है।

दरअसल, टाइगरों के संरक्षण के लिए बनाया गया यह पार्क एक रिजर्व क्षेत्र है यानी यहां पर किसी तरह की आवाजाही प्रतिबंधित है। ऐसे में यहां बने 100 से अधिक मजार इस नियम का माखौल उड़ाते हैं। बाघों के इस प्राकृतिक आवास में लोगों की खूब आवाजाही होती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पार्क में कुकुरमुत्ते की तरह नए-नए मजार बन गए हैं। जिसके पीछे की मंशा पार्क की जमीन हड़पने की है।

सीएम धामी ने किया ट्वीट

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट करते हुए लिखा, "देवभूमि उत्तराखंड में करेंगे अवैध मजारों को ध्वस्त। ये नया उत्तराखण्ड है यहां अतिक्रमण करना तो दूर इसके बारे में अब कोई सोचे भी ना।"

उत्तराखंड सीएम बोले – ये मजार जिहाद

उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने जिम कार्बेट नेशनल पार्क में खास समुदाय द्वारा जमीनों का अतिक्रमण कर मजार बनाने के मामले को काफी सीरियसली लिया है। उन्होंने कहा कि अवैध अतिक्रमण जहां भी होगा, उसे सख्ती से हटाएंगे। हमने सभी को कहा है कि ऐसी जगहों से खुद ही अतिक्रमण हटा लें, अन्यथा सरकार हटाएगी।

सीएम धामी ने आगे कहा कि मामला चाहे लैंड जिहाद का हो या मजार जिहाद का उत्तराखंड में कोई भी काम कानून और धर्म के विरूद्ध होने नहीं दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने करीब 1 हजार जगहों का सर्वेक्षण करवाया है, जहां अतिक्रमण हुआ है। अतिक्रमणकारियों को 6 माह का अल्टीमेटम दिया गया है, यदि उन्होंने स्वयं अतिक्रमण नहीं हटाया तो सरकार सख्त एक्शन लेगी।

बता दें कि उत्तराखंड स्थित जिम कार्बेट नेशनल पार्क देश के सबसे पुराने बाघ संरक्षण क्षेत्रों में से एक है। संरक्षित क्षेत्र होने के बावजूद अवैध मजारों का निर्माण वन विभाग की लापरवाही को भी दर्शाता है। शुरूआत में जब कुछ मजार बनाए गए, अगर उसी दौरान ठोस कार्रवाई की गई होती तो अतिक्रमणकारियों के हौंसले बुलंद नहीं होते।

Tags:    

Similar News