Vice President Election 2022: मार्गरेट अल्वा होंगी विपक्ष की उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार, शरद पवार ने किया ऐलान
Vice President Election 2022: विपक्ष ने मार्गरेट अल्वा (Margaret Alva) को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया है। मार्गरेट अल्वा के नाम का एलान शरद पवार ने किया।
Vice President Election 2022: विपक्ष ने मार्गरेट अल्वा (Margaret Alva) को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया है जबकि एनडीए पहले ही जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) को अपना प्रत्याशी घोषित कर चुका है। मार्गरेट अल्वा (Margaret Alva) के नाम का एलान शरद पवार (Sharad Pawar) ने किया। विपक्ष के प्रत्याशी को लेकर एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार (NCP President Sharad Pawar) के घर पर विपक्षी पार्टियों की बैठक हुई। इस बैठक के बाद शरद पवार (NCP President Sharad Pawar) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके उपराष्ट्रपति उम्मीदवार के लिए मार्गरेट अल्वा (Margaret Alva) के नाम की घोषणा की। विपक्ष ने अल्वा को 17 पार्टियों के समर्थन का दावा किया है।
उत्तराखंड की पहली महिला राज्यपाल के रूप में मार्गरेट अल्वा ने किया कार्य
आपको बता दें कि 14 अप्रैल 1942 को जन्मी मार्गरेट अल्वा (Margaret Alva) भारत के राजस्थान राज्य की राज्यपाल रही हैं। उन्होंने 6 अगस्त 2009 से 14 मई 2012 तक उत्तराखंड की पहली महिला राज्यपाल के रूप में कार्य किया था। वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की एक वरिष्ठ सदस्य और अखिल भारतीय कांग्रेस समिति की आम सचिव हैं। मार्गरेट अल्वा मर्सी रवि अवॉर्ड से सम्मानित हैं।
मार्गरेट अल्वा का परिचय
मारग्रेट अल्वा (Margaret Alva) का जन्म 14 अप्रैल 1942 को मेगलूर के पास्कल एम्ब्रोस नजारेथ और एलिजाबेथ नजारेथ के घर में हुआ। शुरुआती पढ़ाई के बाद अल्वा अपनी आगे की पढ़ाई के लिए आ गईं, जहां माउंट कार्मेल कॉलेज और राजकीय लाँ कॉलेज में उन्होंने पढ़ाई की।
24 मई 1964 को उनकी शादी निरंजन अल्वा से हुई। उनकी एक बेटी और तीन बेटे हैं। दोनों बेटे क्रमश: निरेत अल्वा और निखिल अल्वा ने मिलकर 1992 में मेडिटेक नामक कंपनी की स्थापना की, जो कि एक टेलीविज़न सॉफ्टवेयर कंपनी है। निरंजन अल्वा स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी और भारतीय संसद की पहली जोड़ी जोकिम अल्वा और वायलेट अल्वा के पुत्र हैं।
मार्गरेट अल्वा ने शुरुआत में एक एडवोकेट के रूप में विशिष्ट पहचान बनायी। कानूनी लड़ाई के पेशे में रहते हुए उन्होंने तैल चित्र बनाने जैसी ललितकला और गृह-सज्जा के क्षेत्र में में रुचि रही। वे अपनी सुरूचि पूर्ण जीवन शैली और सौन्दर्य बोध के लिए भी जानी जाती हैं।