शाबाश : बेटी ने किया मां का दान, दिया पति का सुख

Update:2018-01-11 12:37 IST

नई दिल्ली : कहते हैं मां-बेटी का रिश्ता काफी ख़ास होता है। दोनों एक दूसरे की बेस्ट फ्रेंड्स होती हैं। आज जयपुर की संहिता अग्रवाल ने इसी दोस्ती की मिसाल पूरे देश के सामने पेश की है। दरअसल, संहिता ने अपने पिता को साल 2016 में कार्डियक अरेस्‍ट के कारण खो दिया था। उनके पिता का देहांत होते ही उनकी मां गीता डिप्रेशन की शिकार हो गईं।

ऐसे में संहिता ने मां को बिना बताये उनकी प्रोफाइल एक मैट्रिमोनियल साइट पर बना दी। जब इस बात की जानकारी उनकी मां को हुई तो उन्हें खुद दूसरी शादी करने वाली बात पसंद नहीं आई। पहले तो वो इस बात के लिए राजी नहीं हुईं। मगर एक दिन उनको 55 साल के केजी गुप्ता ने अपरोच किया।

गुप्ता साहब खुद दो बच्चों के पिता हैं और उनकी पत्नी की 2010 में कैंसर कि वजह से मृत्यु हो गई थी। पहले तो गीता उनसे बात करने में थोड़ा झिझकीं लेकिन गुप्ता साहब ने गीता जी का उनके गर्भाशय के ऑपरेशन के दौरान काफी ध्यान रखा।

ये बात गीता जी को पसंद आई और बाद में दोनों ने शादी कर ली। वैसे आमतौर पर ये बहुत कम ही देखने को मिलता है कि एक वर्किंग बेटी अपनी मां के बारे में इतना कर रही हो।

वहीं, इस मामले में संहिता का कहना है कि हर इंसान को अपनी लाइफ में एक पार्टनर की जरुरत होती है। उनकी मां को भी पिता के जाने के बाद काफी अकेलापन महसूस हो रहा था। ये बात संहिता खुद भी महसूस कर रही थी कि मां काफी अकेली हो गई हैं। इसलिए उन्होंने मां की दूसरी शादी करवाने की ठानी और उसमें वो कामयाब भी हुईं।

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