'सावन का महीना चल रहा है, आप हलाल चाय पिला रहे हैं', वंदे भारत एक्सप्रेस में बवाल, जानें क्या होता है हलाल सर्टिफिकेशन?

Halal Tea Argument: हलाल सर्टिफाइड चाय परोसे जाने पर भारतीय रेलवे के कर्मचारी और गुस्साए यात्री के बीच तीखी नोकझोंक का वीडियो वायरल हुआ है। यात्री कर्मचारी से सवाल पूछता है कि, मुझे ISI प्रमाणपत्र पता है, ये हलाल प्रमाणित क्या होता है?

Update:2023-07-22 18:02 IST
'वंदे भारत एक्सप्रेस चाय परोसने पर मचा बवाल (Social Media)

Halal Tea Argument: भारत की सबसे आधुनिक ट्रेन 'वंदे भारत एक्सप्रेस' (Vande Bharat Express) में रेलवे के एक कर्मचारी और एक यात्री के बीच तीखी नोंकझोंक का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। दरअसल, ये बवाल ट्रेन में 'हलाल सर्टिफाइड चाय' (Halal Certified Tea) परोसने को लेकर हुआ।

वायरल वीडियो में देखा जा सकता है, ट्रेन का स्टाफ यात्री को समझा रहा है कि उन्हें परोसी गई चाय 'शाकाहारी' है। हालांकि, यात्री सावन के महीने में व्रत-त्यौहार का हवाला देता नजर आ रहा है। वो रेलवे कर्मचारी से लगातार 'हलाल चाय' पर बहस करता रहा।

वीडियो में क्या है?

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में यात्री को कहते सुना जा सकता है कि, 'सावन का महीना चल रहा है और आप मुझे हलाल सर्टिफाइड चाय पिला रहे हैं। हमें पूजा करना है।' जिसके बाद चाय की पैकेजिंग की जांच करते हुए रेल अधिकारी कहता है, 'यहां देखिये ये क्या है? इस पर गुस्से में यात्री कहता है, 'आप समझाइए कि हलाल-सर्टिफाइड क्या है? हमें पता होना चाहिए। हम तो ISI प्रमाणपत्र के बारे में जानते हैं। अब आप बताएं कि हलाल-प्रमाणपत्र क्या है?

...आप बताएं हलाल सर्टिफाइड क्या है?

यात्री की झल्लाहट को देख रेलवे अधिकारी समझाने का प्रयास करता है। रेलवे कर्मी कहता है कि, 'ये मसाला चाय प्रीमिक्स है। वह आगे बताता है कि यह 100 फीसदी वेजिटेरियन है। इस पर यात्री कहता है लेकिन हलाल सर्टिफाइड क्या है? मुझे इसके बाद पूजा करनी है। तभी रेल अधिकारी पूछता है क्या आप वीडियो बना रहे हैं?

'सावन का महीना चल रहा, आप हलाल चाय पिला रहे'

वंदे भारत एक्सप्रेस में सवार यात्री और रेल स्टाफ के बीच का ये वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो देखकर पता चल रहा है कि यात्री ने ट्रेन के स्टाफ से बहस के दौरान खुद इसे रिकॉर्ड किया है। यात्री को ये कहते सुना जा सकता है, 'सावन का महीना चल रहा है, आप हलाल चाय पिला रहे हैं। ये क्या लिखा हुआ है?

क्या होता है 'हलाल सर्टिफाइड'?

अब आपके मन में सवाल उठा रहा होगा ये हलाला सर्टिफिकेट क्या होता है? आपको बता दें, जिस तरह हिंदू मान्यताओं में शाकाहार (vegetarianism) और मांसाहार (Non Vegetarian) भोजन को लेकर अलग-अलग विचार हैं। इसके अलावा, प्याज-लहसुन से लेकर जैन संप्रदाय (Jainism) की भोजन को लेकर भी अपनी-अपनी मान्यताएं हैं। उसी प्रकार मुस्लिम धर्म (Muslim Religion) में भी खानपान को लेकर कई मत हैं। इन्हीं में एक 'हलाल' और 'झटका' है। मुस्लिम धर्म में 'हलाल' मांस को खाने की अनुमति है, लेकिन 'झटका' मांस को लेकर मनाही है। इन दोनों मांस का निर्धारण जानवर को काटने के तरीके से तय होता है।

किसी प्रोडक्ट को कैसे मिलता है हलाल सर्टिफिकेट?

इसी प्रकार, मुस्लिम देशों (Muslim Countries) में यदि किसी कंपनी को खाने-पीने का सामान बेचना होता है, तो वह 'हलाल सर्टिफिकेशन' लेती है। दरअसल, हलाल सर्टिफिकेशन एक गारंटी होती है कि उस खाने-पीने के प्रोडक्ट को मुस्लिम शरिया कानून (Muslim Sharia Law) के हिसाब से बनाया गया है। उसमें किसी तरह की कोई मिलावट नहीं की गई है। उसमें ऐसे किसी जानवर आदि के बाय-प्रोडक्ट का इस्तेमाल नहीं हुआ है, जिसे इस्लाम में 'हराम' माना गया है। भारत में भी हलाल सर्टिफिकेशन वाले प्रोडक्ट बिकते हैं। ये पूरा विवाद इसी को लेकर था।

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