मुस्लिम महिलाओं का पर्दे में रहना क्यों है जरुरी, पढ़ें पूरी खबर

मुस्लिम धर्म में बहुत से ऐसे नियम हैं जिनके पीछे के रहस्य के बारे में आप वाकिफ नहीं होंगे। तो चलिए आज हम आपको एक ऐसे नियम के बारे में बताते हैं जो मुस्लिम महिलाओं के लिए बनाया गया है।

Update:2023-05-26 01:33 IST
मुस्लिम महिलाओं का पर्दे में रहना क्यों है जरुरी, पढ़ें पूरी खबर

मुस्लिम धर्म में बहुत से ऐसे नियम हैं जिनके पीछे के रहस्य के बारे में आप वाकिफ नहीं होंगे। तो चलिए आज हम आपको एक ऐसे नियम के बारे में बताते हैं जो मुस्लिम महिलाओं के लिए बनाया गया है। आपने नोटिस किया होगा कि मुस्लिम महिलाएं बिना पर्दा किये नहीं रहती हैं। मुस्लिम धर्म में या वो 5 साल की बच्ची हो या फिर किसी भी उम्र की महिला क्यों न हो उन्हें सर पर पर्दा रखना अनिवार्य है। लेकिन ऐसा क्यों है चलिए जानते हैं इसके बारे में।

यहां से शुरु हुआ पर्दे का रिवाज़-

अगर आप मुस्लिम परिवार से बिलाँग करते हैं तो आपने पैगबंर हजरत मोहम्मद साहब का नाम भी सुना होगा और उनके परिवार के बारे में भी वाकिफ होंगे। उनके परिवार की महिलाओं का स्वभाव बेहद ही अलग औऱ सरल था, जिस वजह से मोहम्मद साहब ने उनके पूरे जीवन में उनके परिवार की महिलाओं का चेहरा तो दूर बल्कि उनकी परछाई तक नहीं देखी। वो अपने बेहतरीन सलीके के चलते पूरे मक्का में प्रसिद्ध थे।

यह भी पढ़ें: ईरान की चेतावनी: अगर किसी देश ने हमला बोला, तो उसे बना देंगे ‘लड़ाई का मैदान’

यहीं से मुस्लिम समुदाय में पर्दा करना अदब जताने का जरिया बन गया और पूरे मुस्लिम समुदाय ने इस आदत को अपने जीवन में अपना लिया।

कुरान के नजरिए से इसलिए किया जाता है पर्दा-

वहीं कुरान के अनुसार माना जाता है क मुस्लिम महिलाओं को ऐसे कपड़े पहनना चाहिए, जिसमें केवल उनके हाथ, पांव नजर आए। बाकी का पूरा शरीर अच्छे तरीके से ढका होना चाहिए और ऐसे कपड़े तब और आवश्यक हो जाते हैं जब महिलाओं के आसपास उनके परिवार के सदस्य के अलावा कोई बाहरी शख्स भी मौजूद है या फिर कोई ऐसा शख्स जो शादीशुदा न हो।

यह भी पढ़ें: अब एंबुलेंस सेवा में बाधा डालना पड़ेगा महंगा, सरकार ने किया ये काम

मुस्लिम महिलाओं कपड़ों मे बुर्का, हिजाब और नकाब आदि इस्तेमाल करती हैं। पश्चिमी देशों में बुर्के के बदले हिजाब ज्यादा चलन में है क्योंकि हिजाब से केवल गर्दन और सर को ढका जाता है। वहीं बुर्के से पूरा शरीर ढका जाता है। इसमें केवल महिलाओं की आंखें ही नजर आती हैं।

लोगों में आ रहा है बदलाव-

हालांकि धीरे-धीरे इन रीति-रिवाजों को लेकर लोगों में बदलाव आ रहा है। साथ ही ऐसा माना जाता है कि कुछ समय बाद महिलाएं बुर्के को पहनना पूरी तरह से बंद कर सकती हैं।

यह भी पढ़ें: पटना में जन-जागरण सभा करेंगे रक्षामंत्री, आर्टिकल 370 पर करेंगे चर्चा

Tags:    

Similar News