मजदूरों का हंगामा शुरू: गुस्से में मचाया बवाल, जमकर की तोड़फोड़

देश में लॉकडाउन-3.0 के देशवासियों को कुछ छूटें दी थी, जिससे लोगों का कुछ कामों में आसानी मिलने लगी थी। सरकार ने ग्रीन जोन में उद्योग-व्यापार शुरू करने की अनुमति दे दी, वहीं कुछ दुकानें भी खुलने लगीं।

Update:2020-05-17 16:37 IST

नई दिल्ली: देश में लॉकडाउन-3.0 के देशवासियों को कुछ छूटें दी थी, जिससे लोगों का कुछ कामों में आसानी मिलने लगी थी। सरकार ने ग्रीन जोन में उद्योग-व्यापार शुरू करने की अनुमति दे दी, वहीं कुछ दुकानें भी खुलने लगीं। ऐसे में मजदूरों को काम भी मिलने लगा, लेकिन वहीं लॉकडाउन का सबसे ज्यादा प्रभाव तो प्रवासी मजदूरों पर पड़ा जिनके गृह राज्य लौटने का न तो सिलसिला कम हुआ है और ना ही उनकी तड़प कम हुई। वहीं इन हालातों में हरियाणा, पंजाब, दिल्ली के बाद गुजरात के राजकोट में भी घर जाने की मांग को लेकर प्रवासी मजदूर सड़कों पर उतर आए।

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भयंकर तोडफोड़ कई वाहनों को तबाह

रविवार को गुजरात के राजकोट में शापर-वेरावल हाईवे पर पसीने से लथपथ मजदूरों ने जमकर हंगामा किया। इन आक्रोशित मजदूरों ने भयंकर तोडफोड़ की और कई वाहनों को तबाह कर दिया।

इन हालातों में मजदूरों को शांत कराने की कोशिश में राजकोट के पुलिस अधीक्षक बलराम मीणा घायल हो गए। साथ ही वहां मौजूद पत्रकार और पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। बड़ी दिक्कतों के बाद मजदूरों को घर भेजने का आश्वासन देकर प्रशासनिक अधिकारियों ने किसी तरह उसको शांत कराया।

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500 से अधिक मजदूर

साथ ही ये भी बताया जा रहा है कि 500 से अधिक मजदूर अपने गृह राज्य जाने के लिए निकले थे। जब ये निर्धारित स्थान पर पहुंचे तो परिवहन के किसी भी साधन की वहां कोई व्यवस्था नहीं थी।

ऐसे में मजदूरों का धैर्य जवाब दे गया, उनके सब्र का बांध टूट गया और वे हंगामा करने लगे। तभी प्रवासी मजदूरों ने तोड़फोड़ शुरू कर दी। मजदूरों के हंगामा करने की सूचना पाकर पुलिस अधीक्षक बलराज मीणा इन्हें समझाने के लिए मौके पर पहुंचे। ताबड़तोड़ तोड़फोड़ के समय उन्हें भी कई चोट आई है।

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