पहलवानों के धरने को किसान संगठनों और खाप पंचायतों का समर्थन, बृजभूषण की गिरफ्तारी की उठी मांग, दिया 15 दिन का अल्टीमेटम
Wrestlers Protest: राकेश टिकैत बोले- दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिन लोगों ने देश को गौरवान्वित किया, उन्हें बाहरी जैसा महसूस कराया जा रहा है। देश का मान बढ़ाने वालों को बेगाना महसूस किया जा रहा है।
Wrestlers Protest: पहलवानो के धरने को रविवार को और बल मिल गया जब राकेश टिकट समेत किसान संगठनों और खाप पंचायतों ने धरने को खुलकर समर्थन दे दिया। राकेश टिकैत ने कहा कि पहलवानों ने हमें शांतिपूर्ण आंदोलन के समर्थन करने और स्वयंसेवकों की तैनाती करने के लिए कहा है। टिकैत ने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिन लोगों ने देश को गौरवान्वित किया, उन्हें बाहरी जैसा महसूस कराया जा रहा है। देश का मान बढ़ाने वालों को बेगाना महसूस किया जा रहा है। उधर, भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने खाप पंचायतों और हरियाणा के जाटों से अपील की है कि वह दिल्ली आने से पहले अपने गांव या आसपास के किसी भी पहलवानों से उनके बारे में पूछ लें। कहा कि जो लड़ाई वह लड़ रहे हैं, वह जूनियर बच्चों के लिए है। उन्होंने कहा कि यदि एक भी गुनाह साबित हो गया तो वह फांसी पर लटक जाएंगे।
पहलवान दिल्ली के जंतर-मंतर पर पिछले 14 दिनों (23 अप्रैल) से धरने पर बैठे हैं। रविवार को खाप के साथ-साथ बड़ी तादाद में किसान संगठन के लोग जंतर-मंतर पहुंचे। भारतीय किसान यूनियन उगराहां और संयुक्त किसान मोर्चा, दोनों के कार्यकर्ता जंतर-मंतर पर पहुंचे। इस दौरान किसानों और पहलवानों ने एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस किया और सरकार को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया। भारी भीड़ को देखते हुए दिल्ली पुलिस पहले ही अलर्ट मोड में थी। सोनीपत-दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर अलर्ट जारी कर दिया गया था। सुबह से ही सिंघु बॉर्डर पर भी भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई थी। पुलिस यहां पिकेट लगाकर चेकिंग कर रही थी।
सरकार को 15 दिनों का अल्टीमेटम
किसान संगठनों ने पहलवानों के साथ धरना स्थल पर एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान मंच पर राकेश टिकैत, 24 खापों के प्रधान, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक नजर आए। किसानों और पहलवानों ने सरकार को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने कहा, पहलवान अपना संघर्ष जारी रखें। संयुक्त किसान मोर्चा और खापों ने बृजभूषण को गिरफ्तारी की मांग करते हुए कहा कि 21 मई तक अगर बृजभूषण की गिरफ्तारी नहीं हुई तो बड़ा फैसला लिया जाएगा।
देश का मान बढ़ाने वालों को किया बेगानाः टिकैत
राकेश टिकैत ने कहा कि पहलवानों ने हमें शांतिपूर्ण आंदोलन के समर्थन करने और स्वयंसेवकों की तैनाती करने के लिए कहा है। टिकैत ने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिन लोगों ने देश को गौरवान्वित किया, उन्हें बाहरी जैसा महसूस कराया जा रहा है। देश का मान बढ़ाने वालों को बेगाना महसूस किया जा रहा है। जंतर-मंतर पर लोगों को संबोधित करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि इस मुद्दे पर खाप साथ हैं। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर मोदी सरकार की आलोचना क्यों नहीं की जा रही, क्या इस मसले पर राहुल गांधी की आलोचना होनी चाहिए? कहा कि भूत उतारना पड़ेगा। इसके लिए कभी मिर्ची का इस्तेमाल करना पड़ता है तो कभी कुछ और करना पड़ता है। टिकैत ने सवाल किया कि क्या दिल्ली पुलिस ने पहले भी इसी तरह की धाराओं के तहत किसी को गिरफ्तार नहीं किया है? अगर नहीं किया है तो उसे (बृजभूषण) गिरफ्तार न करे और अगर किया है तो आगे कार्रवाई करे।
नरेश टिकैत भी पहुंचे
संयुक्त किसान मोर्च के नेता राकेश टिकैत भी अपने समर्थकों के साथ पहलवानों के धरना स्थल पर पहुंचे। उनके साथ दर्शन पाल, हनान मोल्लाह जैसे नेता भी पहुंचे। एसकेएम ने पहलवानों को समर्थन देने की घोषणा की। एसकेएम नेताओं ने मोदी सरकार और बृजभूषण का पुतला जलाने की भी घोषणा की और बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग की।
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बीकेयू ने किया अर्थियां फूंकने का ऐलान
पंजाब से कार्यकर्ताओं को लेकर पहुंचे संगठन बीकेयू उगराहां ने घोषणा की है कि वह 11 मई से 18 मई के बीच देश भर में मोदी सरकार और बृजभूषण की अर्थी जलाएगा। अर्थियां जलाने की घोषणा संगठन के जोगिंदर उगराहां ने की है।
किसानों ने लगाया लंगर
जंतर-मंतर पर धरना दे रहे किसानों के समर्थन में पंजाब के किसान दिल्ली पहुंचे। टिकरी बॉर्डर के रास्ते होते हुए धरनास्थल पर पहुंचे किसानों ने जंतर-मंतर पर डेरा डालते हुए लंगर शुरू कर दिया।
बृजभूषण की खाप पंचायतों से अपील
उधर, भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने खाप पंचायतों और हरियाणा के जाटों से अपील की है कि वह दिल्ली आने से पहले अपने गांव या आसपास के किसी भी पहलवानों से उनके बारे में पूछ लें। बृजभूषण ने कहा कि जो लड़ाई वह लड़ रहे हैं, वह जूनियर बच्चों के लिए है। उन्होंने कहा कि गरीब बच्चों के माता पिता अपने जीवन में कटौती कर अपने बच्चों को पहलवान बनाना चाहते हैं। वह उनकी लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि एक भी गुनाह साबित हो गया तो वह फांसी पर लटक जाएंगे।
महिला किसानों का जत्था पहुंचा टिकरी बॉर्डर
पहलवानों के प्रति अपना समर्थन जताने पंजाब से आई महिला किसानों का जत्था टिकरी बॉर्डर, बहादुरगढ़ पहुंचा। यहां दिल्ली पुलिस के उन्हें रोका, जिसके बाद किसानों ने जमकर नारेबाजी की। टिकरी बॉर्डर पहुंची महिलाएं अपने साथ खाना बनाने का सामान लेकर आईं और जंतर-मंतर के लिए रवाना हो गईं। ये महिलाएं भारतीय किसान यूनियन उग्राहा से जुड़ी हुई हैं, जो किसान आंदोलन में भी शामिल रही थीं।