Wrestlers Protest: बृजभूषण सिंह बोले- मैं गिरफ्तारी को तैयार हूं लेकिन अपराधी बनकर इस्तीफा नहीं दूंगा...

Wrestlers Protest: WFI के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने कहा कि अगर खिलाड़ी मेरे इस्तीफे से संतुष्ट हों तो मैं इस्तीफा देने को तैयार हूं। उन्होंने कहा कि मामला सुप्रीम कोर्ट में है। कोर्ट के फैसले का मैं स्वागत करता हूं और मुझे पूरा भरोसा है। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई हुई।

Update:2023-04-28 21:10 IST
धरने पर बैठे पहलवान और बृजभूषण शरण सिंह (Social Media)

Wrestlers Protest: WFI के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने कहा कि अगर खिलाड़ी मेरे इस्तीफे से संतुष्ट हों तो मैं इस्तीफा देने को तैयार हूं। उन्होंने कहा कि मामला सुप्रीम कोर्ट में है। कोर्ट के फैसले का मैं स्वागत करता हूं और मुझे पूरा भरोसा है। उन्होंने कहा कि पुलिस जांच पर भी मुझे भरोसा है। जांच में जहां भी मेरे सहयोग की जरूरत होगी, मैं पूरा सहयोग करूंगा। गौरतलब है कि बृज भूषण सिंह को संघ से हटाने की मांग की जा रही है और उनकी गिरफ्तारी को लेकर भी मांग तेज है।

ब्रज भूषण शरण सिंह ने कहा कि मेरे लिए इस्तीफा देना बड़ी बात नहीं है, लेकिन अगर मैंने इस्तीफा दे दिया तो इसका अर्थ यहीं होगा कि मैंने पहलवानों के आरोप मान लिए। मैं अपराधी बनना स्वीकार नहीं करूंगा। पुलिस मुझे गिरफ्तार कर ले। सही समय का इंतजार कर रहा हूं।

इस बीच डब्‍ल्‍यूएफआई ने बृजभूषण सिंह का वीडियो जारी करते हुए कहा कि ''दोस्‍तों, जिस दिन मुझे अहसास हो गया कि मैंने क्‍या खोया या पाया और महसूस हुआ कि मुझमें लड़ने की ताकत नहीं बची है। जिस दिन मुझे असहाय महसूस हुआ, मैं मरना पसंद करूंगा क्‍योंकि इस तरह की जिंदगी जीने का कोई फायदा नहीं। इस तरह की जिंदगी से ज्‍यादा बेहतर है कि मुझे मौत आ जाए।

सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई

भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह (WFI chief Brij Bhushan Singh) के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने मामले में शुक्रवार (28 अप्रैल) को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। दिल्ली पुलिस FIR दर्ज करने को तैयार हो गई है। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता (SG Tushar Mehta) ने शीर्ष अदालत में कहा कि, दिल्ली पुलिस पहलवानों की शिकायत पर केस दर्ज करेगी।

दरअसल पिछले कुछ दिनों से WFI प्रेसिडेंट बृजभूषण के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग को लेकर देश के कई बड़े पहलवान दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दे रहे हैं। प्रदर्शनकारी पहलवानों में विनेश फोगाट (Vinesh Phogat), बजरंग पूनिया (Bajrang Punia), साक्षी मलिक (Sakshi Malik) और संगीता फोगाट (Sangeeta Phogat) जैसे कई बड़े नाम शामिल हैं। जबकि, बबीता फोगाट और नीरज चोपड़ा भी उनके समर्थन में उतरे हैं।

सिब्बल ने पहलवानों की सुरक्षा की मांग

सर्वोच्च न्यायालय में आज हुई सुनवाई के दौरान वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल (Kapil Sibal) ने महिला पहलवानों (Female Wrestlers) की सुरक्षा की भी मांग की। सिब्बल ने एक सीलबंद लिफाफा शीर्ष अदालत में पेश किया। उन्होंने मांग की, वो स्पेशल टास्क फोर्स गठित की जाए। कपिल सिब्बल ने ये भी दलील दी कि, मुख्य आरोपी पर हत्या सहित अन्य मामले दर्ज हैं। उन पर कुल 40 केस दर्ज हैं। ऐसे में याचिका देने वालों की सुरक्षा का क्या होगा?

SG बोले- अब यह मांग कुछ ज्यादा है
बता दें, पहलवानों की तरफ से कोर्ट में कपिल सिब्बल पेश हुए। उन्होंने पहलवानों की सुरक्षा की मांग की। जांच के लिए STF गठन का भी अनुरोध किया। जिस पर सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने कहा, ये विषय दिल्ली पुलिस कमिश्नर (Delhi Police Commissioner) पर छोड़ देना चाहिए। इस पर सिब्बल बोले, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज की निगरानी में जांच होनी चाहिए। तब SG तुषार मेहता ने कहा, अब यह मांग कुछ ज्यादा है। पुलिस कमिश्नर ज़िम्मेदार अधिकारी हैं।

हर मामले में सीधे कोर्ट की मांग, उनके नाम पर...

इसके बाद सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ (CJI DY Chandrachud) ने कहा कि, 'सॉलिसिटर जनरल (SG) हम आपका वक्तव्य रिकॉर्ड कर लेते हैं। एक हफ्ते बाद हमें आगे की जानकारी दी जाए।इस पर SG तुषार मेहता ने कहा, कि यह उचित नहीं है। हर मामले में सीधे कोर्ट की या पूर्व जज की निगरानी की मांग की जाती है। शायद खिलाड़ी खुद नहीं जानते कि उनके नाम पर कुछ और भी चल रहा है।

CJI- नाबालिग खिलाड़ी पर खतरे की हो समीक्षा

इस पर सीजेआई ने कहा, 'दिल्ली पुलिस ने FIR दर्ज करने की बात कही है। हम अभी जांच के लिए STF बनाने पर कुछ नहीं कह रहे। चीफ जस्टिस ने कहा, कि नाबालिग खिलाड़ी पर खतरे की समीक्षा कर पुलिस कमिश्नर उसे सुरक्षा दें। अन्य खिलाड़ियों की सुरक्षा की भी समीक्षा की जाए। अब अगले शुक्रवार को इस मामले पर दोबारा सुनवाई होगी।'

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