मच गई मारः पीएम मोदी की अपील पर भिड़ गए युवा, भेज दीं 2353 प्रविष्टियां
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के युवाओं से ऐप बनाने को जो आह्वान किया था, उसका व्यापक असर दिखाई पड़ना शुरु हो गया है। देश के होनहार युवाओं में इसको लेकर के एक होड़ मच गयी है।
लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के युवाओं से ऐप बनाने को जो आह्वान किया था, उसका व्यापक असर दिखाई पड़ना शुरु हो गया है। देश के होनहार युवाओं में इसको लेकर के एक होड़ मच गयी है। जानकारी के अनुसार, पहचान की गयी आठ श्रेणियों में अब तक 2,353 प्रविष्टियां प्राप्त हुई हैं| इनमें निजी व्यक्तियों से 1,496 प्रविष्टियां और संगठनों तथा कंपनियों से लगभग 857 प्रविष्टियां शामिल हैं।
व्यक्तियों से प्राप्त होने वालों में, लगभग 788 ऐप उपयोग के लिए तैयार हैं और शेष 708 अभी विकास की प्रक्रिया में हैं। जमा किये गये ऐप में 380 एग्रीटेक और फिन-टेक सहित बिजनेस, 286 हेल्थ एंड वेलनेस, 339 ई-लर्निंग, 414 सोशल नेटवर्किंग, 136 स्पोट्स, 238 ऑफिस व वर्क फ्रॉम होम, 75 न्यूज और 96 अंडर एंटरटेनमेंट कैटेगरी के हैं। अन्य श्रेणी के तहत लगभग 389 ऐप हैं। आधिकारिक बयान में कहा गया कि इनमें से लगभग 100 ऐप के एक लाख से अधिक डाउनलोड हैं।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर ये ऐलान किया था
4 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंतरर्ग्रत ऐप इनोवेशन चैलेन्ज का आधिकारिक ऐलान एवम् प्रक्षेपण किया “आज टेक और स्टार्ट अप समुदाय मंत विश्व स्तरीय मेड इन इंडिया ऐप बनाने के लिए भारी उत्साह है। उनके विचारों और उत्पादों को सामने लाने के लिए इलेक्ट्रोनिक्स और सूचना एंव प्रौद्योगिकी मंत्रालय (Ministry of Electronics and Information and Technology) और अटल इनोवेशन मिशन (Atal Innovation Mission) आत्मनिर्भर भारत ऐप इनोवेशन चैलेंज लॉन्च कर रहा है।”
पीएम ने कहा- कोरोना संकट ने हमें नई चुनौतियां दी हैं
साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''हमारे देश के युवा हर क्षेत्र में तकनीकी समाधान देते हैं। कोरोना संकट ने हमें नई चुनौतियां दी हैं। ऐसी स्थिति में तकनीक के सहारे हम दिन प्रतिदिन अपने जीवन को सुधार सकते हैं। यह चैलेन्ज आपके लिए है यदि आपके पास इस तरह के उत्पाद हैं या यदि आपको लगता है कि आपके पास ऐसे उत्पादों को बनाने के लिए एक दृष्टि और विशेषज्ञता है तौ मैं तकनीकी समुदाय के अपने सभी दोस्तों से इसमें भाग लेने का आग्रह करता हूं। ''
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केन्द्र सरकार द्वारा भारत की एकता, रक्षा और राज्यों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह पब्लिक ऑर्डर के माध्यम से 59 चाइनीज लोकप्रिय ऐप्स पर बैन लगाने के बाद चैलेंज भारतीय प्रतिभाशाली युवाओं को खुद से ऐप बनाने और तकनीकी छेत्र में व्यवसायीकरण को प्रोत्साहित करते हुए 'मेक इन इंडिया फॉर इंडिया एंड द वर्ल्ड' थीम के तहत इस चैलेंज को शुरू किया गया है। यह कदम तकनीकी छेत्र में आत्मनिर्भर भारत अभियान का विस्तार भी करेगा एवम् निजी छेत्रो में डिजिटाइजेशन को रफ़्तार देने का काम करेगा।
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