ZIGANA 09mm Pistol Review: अतीक हत्याकांड में यूज होने वाली जिगाना पिस्टल, आइये जाने क्यों क्रिमिनल्स के बीच इतनी पापुलर ?
ZIGANA 09mm Pistol Review: जिगाना 09 एमएम की पिस्टल एक अवैध हथियार है जो कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में बेची जाती है। इसका इस्तेमाल क्रिमिनल्स द्वारा अपराधों के लिए किया जाता है क्योंकि यह एक मजबूत, नियंत्रण वाली और टूटने वाली सुविधा नहीं होने वाली पिस्तल है।
ZIGANA 09mm Pistol Review: अतीक-अशरफ हत्याकांड में बाद से चर्चा में आई जिगाना 9 एमएम पिस्टल (Zigana 9 mm Pistol) इस जघन्य घटना के बाद से काफी पॉपुलैरिटी बटोर रही है। हालांकि किसी भी हथियार का गैर कानूनी ढंग से इस्तमाल कर धड़ल्ले से खुले आम किसी की हत्या में प्रयोग किया जाना उस देश और कानून व्यवस्था के लिए बेहद त्रासदी जनक है। हमारे देश में जिगाना 9 एमएम पिस्टल प्रतिबंधित है। फिर भी अपराधियों तक इस पिस्टल की पहुंच बेहद आसान बनी हुई है। इस पिस्टल का निर्माण तुर्की में मूलतः किया जाता है, इस पिस्टल पर मेड इन तुर्की (Made in Turkey) लिखा हुआ आसानी से पढ़ा जा सकता है। इस पिस्टल की कीमत की बात की जाए तो इसकी कीमत 6 से 7 लाख के करीब का अनुमान लगाया जा रहा है।
आइए नजर डालते हैं इस जिगाना 9 पिस्टल से जुड़ी डिटेल्स पर....
जिगाना 9 एमएम पिस्टल स्पेसिफिकेशंस
इस पिस्टल का निशाना इतना अचूक है कि बड़े बड़े हाई प्रोफाइल क्राइम में इसका इस्तेमाल अपराधियों द्वारा किया जा रहा है। अतीक और अशरफ मर्डर केस की तरह ही इसका इस्तेमाल मुसेवाला मर्डर केस में भी हुआ था। जिगाना 9 एमएम पिस्टल से एक साथ 15 राउंड फायर किए जा सकते हैं। इस पिस्टल की यही खासियत लोगों को खासा पसंद आ रही है। इस पिस्टल में एक बटन बर्स्ट फायर का होता है। इस पिस्टल की रेंज की बात करें तो यह 350 मीटर दूरी तक का निशाना बिना चूके बखूबी लगा सकती है। इनसे निशाना सही टारगेट पर सधता है। ये वजन में काफी हल्की होती है। इसका मुट्ठा पॉलिमर का होता है जो पकड़ने में सुविधाजनक और शक्तिशाली होता है। ज्यादातर भारत में बनी पिस्टल 2-3राउंड की फायरिंग के बाद ही गर्म हो जाती हैं और करीब 05 राउंड के बाद जाम जैसी भी समस्या आ जाती है वहीं जिगाना पिस्टल अपना काम बड़ी ही स्मूदली साउंड प्रूफ ढंग से करती है। इस पिस्टल में ट्रिगर दबने के बाद फायर का कोई साउंड नहीं आता।हालांकि इस प्रतिबंधित पिस्टल को किस तरह हमारे देश के अपराधी हासिल कर लेते हैं ये एक बड़ा ही चिंता का विषय है।
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कहां बनती है जिगाना पिस्टल
यह पिस्टल 2001 में पहली बार अस्तित्व में आई थी जब इसकी मेन्यूफेक्चरिंग शुरू हुई थी।
जिगाना पिस्टल का निर्माण TISAS करता है। यह एक गन प्रोडक्शन कंपनी है जो ऑटोमैटिक हथियार बनाती है। इस पिस्टल की मूल डिजाइन वाली जिगाना तुर्की की पहली पिस्तौलों में से एक है। जिगाना पिस्तौल में ब्राउनिंग-टाइप लॉकिंग सिस्टम के साथ लॉक-स्लाइड शॉर्ट रिकॉइल ऑपरेटिंग सिस्टम शामिल होता है। प्रयागराज में माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या में तीनों हत्यारों ने जिस अत्याधुनिक जिगाना पिस्टल का उपयोग किया गया वह तुर्की में ईजाद की गईं लेकिन उनका उत्पादन अब पाकिस्तान और मलेशिया दोनों जगहों पर होता है। ये महंगी पिस्टल रसूखदारों, अपराधियों के बीच पॉपुलर हैं। जाहिर सी बात हैं कि ये भारत में मलेशिया और पाकिस्तान से ही अवैध तरीके से पहुंचती हैं। दुनियाभर के क्रिमिनल्स की पसंदीदा गन्स 09 एमएम ही होती हैं।
कौन करता है इस पिस्टल का खुलेआम इस्तमाल?
तुर्की में बनने वाली जिगाना मेड पिस्टल का प्रयोग
मलेशियाई आर्मी, अजरबैजान आर्मी, फिलिपिन आर्मी अपनी सैन्य सुरक्षा को मजबूत करने के लिए करती है। ये पिस्टल पूरी तरह से ऑटोमेटिक होती है और एक बार में ही कई राउंड फायर करने वाली इस पिस्टल का प्रयोग आर्मी आतंकी गतिविधियों से निपटने के लिए भी करती है।
पाकिस्तान के रास्ते इसकी सप्लाई अवैध तरीके से भारत में होती है।
यूपी पुलिस से जुड़े सूत्रों का दावा है कि हत्यारे ने जिगाना (ऑटोमैटिक) और एक गिरसन 9 एमएम पैराबेलम (रिगार्ड MC) पिस्टल का इस्तेमाल किया। इसी हथियार से पंजाबी गायक और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला का मर्डर किया गया था। अतीक मर्डर केस में आरोपियों ने जिस दूसरे हथियार का इस्तेमाल किया, वो है गिरसान 9 एमएम पिस्टल (Girsan 9mm Pistol). गिरसान भी मेड इन तुर्की सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल है जिससे एक साथ 15 राउंड फायर हो सकते हैं। इससे 50 मीटर तक फायर हो सकता है। इस हथियार की कीमत करीब 50 हजार रुपए है। जबकि तीसरा हथियार 32 बोर सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल है। इससे 7 से 20 राउंड तक फायर कर सकते हैं। इसकी कीमत 40 से 50 हजार बताई जा रही है.जिसकी रेंज 5 मीटर तक जाती है।