आधे से अधिक लोगों की इस साल चली जाएगी जॉब, जानिए वजह?

समय मल्टीनेशनल कंपनियों में बहुत वैकेंसी है। लेकिन ऐसी रिपोर्ट है कि भविष्य में नौकरियों की राह आसान नहीं होगी। कहा जा रहा है कि आने वाला वक्त रोजगार सेक्टर के लिए उथल-पुथल भरा  रहने वाला है।

Update: 2019-11-10 17:16 GMT

जयपुर: आज के समय मल्टीनेशनल कंपनियों में बहुत वैकेंसी है। लेकिन ऐसी रिपोर्ट है कि भविष्य में नौकरियों की राह आसान नहीं होगी। कहा जा रहा है कि आने वाला वक्त रोजगार सेक्टर के लिए उथल-पुथल भरा रहने वाला है। एक रिपोर्ट के अनुसार 2030 तक ग्लोबल स्तर पर करोड़ों नौकरियों पर संकट के बादल मंडराने वाले है। उस वक्त भारत देश की बड़ी समस्या बेरोजगारी होगी। साथ ही रिपोर्ट में दक्षिण एशिया के देशों भारत के साथ पाकिस्तान की भी हालत बेकार होने वाली है। इस रिपोर्ट के अनुसार 2030 तक लगभग 50 प्रतिशत भारतीय युवाओं के पास जॉब स्किल्स नहीं होंगी। पाकिस्तान में ये प्रतिशत 60 के लगभग हो सकता है। यूनिसेफ की यह रिपोर्ट स्कूल की शिक्षा पर है। हमारे यहां के रोज़गार पैटर्न की जानकारी नहीं है। इधर आईटी सेल में अभी रोज़गार की बरसात है।

 

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वैसे इस रिपोर्ट को सच माने तो 2030 जॉब ना होने की वजह कोई और नहीं, बल्कि रोबोट होंगे। रिपोर्ट में कहा गया है कि आने वाले वक्त में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, रोबोटिक्स और बायोटेक्नोलॉजी के नाम से चौथी औद्योगिक क्रांति की संभावना बढ़ रही है, इससे लोगों को जॉबलेस होना पड़ेगा। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की ‘फ्यूचर ऑफ जॉब्स’ रिपोर्ट की मानें तो अगले 5 साल में विश्व में 50 लाख से ज्यादा रोजगार रोबोट के हाथ में होगा।

भारत में भी ऑटोमेशन की वजह से जॉब जाने का खतरा बढ़ेगा। 2022 तक देश में 7 लाख लोगों के जॉब जाएंगे। इस रिसर्च कंपनी ने कुल 46 देशों के 800 से अधिक इंडस्ट्रियल सेक्टर पर रिपोर्ट तैयार की है, जहां जॉब लेस होने की बात सच होगी।

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ये रिपोर्ट बहुत हद सच साबित लेकिन फिर भी इसके बवजूद बहुत से लोगों के जॉब के नए रास्ते खुलेंगे। नई संभावनाएं बनेंगे।बस समय के साथ खुद को अपडेट करने की जरूररत है।

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