Karnataka Election 2023: कांग्रेस के लिए महंगा पड़ेगा खड़गे का हमला! मोदी पर विवादित बयान की पहले भी चुकानी पड़ी है कीमत
Karnataka Election 2023: कलबुर्गी की एक चुनावी रैली के दौरान खड़गे ने पीएम मोदी को जहरीले सांप जैसा बताया और यहां तक कहा कि अगर आप इसे चखेंगे तो मर जाएंगे।
Karnataka Election 2023: कर्नाटक में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सियासी घमासान चरम पर पहुंच गया है। कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस इस बार पूरी मजबूती के साथ अखाड़े में उतरी है मगर पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विवादित बयान देकर भाजपा को हमले का बड़ा हथियार दे दिया है। कलबुर्गी की एक चुनावी रैली के दौरान खड़गे ने पीएम मोदी को जहरीले सांप जैसा बताया और यहां तक कहा कि अगर आप इसे चखेंगे तो मर जाएंगे।
खड़गे के इस विवादित बयान के बाद भाजपा ने कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, राजीव चंद्रशेखर और कई अन्य भाजपा नेताओं ने खड़गे पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि उनका यह बयान कांग्रेस की हताशा को दर्शाता है। सियासी जानकारों का मानना है कि प्रधानमंत्री मोदी पर किया गया खड़गे का यह निजी हमला कांग्रेस के लिए महंगा साबित हो सकता है। इससे पूर्व भी पीएम मोदी पर निजी हमले करने की कांग्रेस को बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है। अब कर्नाटक के सियासी अखाड़े में भाजपा की ओर से घेरे जाने के बाद कांग्रेस और खड़गे के लिए जवाब देना आसान नहीं होगा।
पीएम मोदी पर खड़गे का विवादित बयान
कर्नाटक का विधानसभा चुनाव खड़गे की प्रतिष्ठा से जुड़ा हुआ है क्योंकि वे इसी राज्य के रहने वाले हैं। इसी कारण राज्य विधानसभा के चुनाव में खड़गे सक्रिय भूमिका निभाते दिख रहे हैं। उन्हें इस बात का बखूबी पता है कि यदि इस चुनाव में कांग्रेस की हार हुई तो उनके नेतृत्व को लेकर भी सवाल उठाए जाएंगे। यही कारण है कि अब उन्होंने आक्रामक तरीके से भाजपा पर हमले शुरू कर दिए हैं। खड़गे ने गुरुवार को एक चुनावी सभा में कहा कि पीएम मोदी जहरीले सांप की तरह हैं। आप इसे जहर समझें या न समझें, लेकिन अगर आप इसे चखेंगे तो मर जाएंगे। उनके इस बयान को भाजपा ने हाथों-हाथ लपक लिया और कांग्रेस की जबर्दस्त घेराबंदी में जुट गई।
भाजपा के हमले के बाद देने लगे सफाई
भाजपा की ओर से तीखे हमले किए जाने पर कांग्रेस बैकफुट पर आ गई है और खड़गे सफाई देने में जुट गए। भाजपा की ओर से तीखी प्रतिक्रिया जताई जाने के बाद खरगे ने अपने बयान पर माफी मांगी। उन्होंने कहा कि अगर मेरे बयान से किसी को ठेस पहुंची हो या उसका गलत अर्थ निकालने से किसी को दुख पहुंचा हो तो मैं इसके लिए माफी मांगता हूं।
हालांकि इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा की विचारधारा विभाजनकारी और दलितों व गरीबों के प्रति नफरत की भावना से भरी हुई है। मैंने ऐसी नफरत और द्वेष की भावना की चर्चा की है। मैंने पीएम मोदी के बारे में यह बात नहीं की है। मेरा कहने का मतलब यह है कि उनकी विचारधारा सांप की तरह है जिसे अगर आप चाटने की कोशिश करेंगे तो मौत होनी तय है।
2007 में सोनिया ने बताया था मौत का सौदागर
खड़गे की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर किया गया यह निजी हमला कर्नाटक विधानसभा चुनाव का बड़ा मुद्दा बन सकता है। भाजपा इसे चुनावी मुद्दा बनाने की कोशिश में जुट भी गई है। सियासी जानकारों का भी मानना है कि पीएम मोदी पर की गई इस आपत्तिजनक टिप्पणी से कांग्रेस की चुनावी संभावनाएं भी प्रभावित हो सकती हैं। कांग्रेस इसके पहले भी पीएम मोदी पर निजी हमले करने की कीमत चुका चुकी है।
खड़गे की टिप्पणी ने कांग्रेस की उस पुरानी कमजोरी को एक बार फिर उजागर कर दिया है जिसके जाल में फंसकर पार्टी को पूर्व में भी सियासी नुकसान उठाना पड़ा है। लोगों को अभी भी 2007 में गुजरात का वह विधानसभा चुनाव अच्छी तरह याद है जब कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने पीएम मोदी को मौत का सौदागर बता दिया था।
खुद पर किए गए हमलों को भुलाने में पीएम मोदी को महारत हासिल रही है और उन पर की गई इस टिप्पणी के बाद गुजरात चुनाव में कांग्रेस को बड़ा सियासी नुकसान उठाना पड़ा था। पीएम मोदी ने इसे बड़ा मुद्दा बना दिया था जिसके कारण कांग्रेस सिर्फ 59 सीटों पर अटक गई थी।
अय्यर और राहुल के बयान का दिखा था असर
2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने पीएम मोदी को चाय वाला बताते हुए विवादित बयान दिया था। उनका कहना था कि यह चाय वाला क्या प्रधानमंत्री बनेगा? मोदी कांग्रेस दफ्तर के बाहर चाय बेचें। कांग्रेस नेता की ओर से की गई इस टिप्पणी को भी पीएम मोदी ने भाजपा के पक्ष में भुनाने से कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी थी। 2014 के लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी कांग्रेस को बड़ा झटका देने में कामयाब रहे थे।
2014 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर जहर की खेती करने का आरोप लगाया था। राहुल गांधी के इस बयान के बाद मोदी अपने पक्ष में माहौल बनाने में कामयाब रहे थे और भाजपा ने अकेले 278 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी। कांग्रेस सिर्फ 45 सीटों पर ही सिमट गई थी।
पीएम मोदी को नीच बताने पर मिली करारी हार
2017 में कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने पीएम मोदी को नीच इंसान बता दिया था। अय्यर की ओर से यह बयान दिए जाने के बाद पीएम मोदी ने गुजरात की जनसभाओं में इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया था। इसके बाद कांग्रेस के हाथ से गुजरात की सत्ता एक बार फिर फिसल गई थी और भाजपा ने 99 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की थी।
2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ओर से 'चौकीदार चोर है' का नारा दिया गया था। इस बयान के बाद भी कांग्रेस को बड़ी कीमत चुकानी पड़ी थी और भाजपा ने 300 से अधिक सीटों पर जीत हासिल करते हुए अपनी ताकत दिखा दी थी।
औकात दिखा देने वाला बयान पड़ा था महंगा
गुजरात में पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस नेता मधुसूदन मिस्त्री ने पीएम मोदी को औकात दिखा देने वाला बयान दिया था। उनका कहना था कि गुजरात के मतदाता इस बार के चुनाव में पीएम मोदी को उनकी औकात दिखा देंगे। पीएम मोदी ने अपने कई चुनावी सभाओं में मिस्त्री के इस बयान का जिक्र करते हुए कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला था। 2022 के गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा ऐतिहासिक जीत हासिल करने में कामयाब हुई थी और कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा था।