Karnatka Election 2023: कर्नाटक में बीजेपी सरकार ने जो काम किया, उसमें 40% कमीशन खाया, कोलार में बोले - राहुल गांधी

Karnatka Election 2023: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और स्टार प्रचारक राहुल गांधी रविवार को कोलार में एक चुनावी रैली को संबोधित की। जहां राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री अगर आप हज़ारों करोड़ रुपए अडानी को दे सकते हैं तो हम गरीबों, महिलाओं, युवाओं को पैसा दे सकते हैं। आपने दिल भर के अडानी की मदद की हम दिल भर के कर्नाटक के लोगों की मदद करेंगे।

Update: 2023-04-16 08:43 GMT
राहुल गांधी ( सोशल मीडिया)

Karnatka Election 2023: कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज रविवार को कर्नाटक पहुंचे, जहां वह कोलार में ‘जय भारत' रैली को संबोधित की। राहुल गांधी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमने कर्नाटक की जनता से 4 वादे किए हैं। पहला है कि हर घर के परिवार को 200 यूनिट मुफ्त बिजली दी जाएगी। दूसरा वादा है कि हर महिने हर महिला को 2000 रुपए दिए जाएंगे। तीसरा वादा है कि हर महिने हर परिवार को 10 किलो चावल मुफ्त दिया जाएगा। चौथी योजना है कि हर महिने 2 साल के लिए कर्नाटक के हर ग्रेजुएट को 3000 रुपए और डिप्लोमा होल्डर को 1500 रुपए दिए जाएंगे।

राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री अगर आप हज़ारों करोड़ रुपए अडानी को दे सकते हैं तो हम गरीबों, महिलाओं, युवाओं को पैसा दे सकते हैं। आपने दिल भर के अडानी की मदद की हम दिल भर के कर्नाटक के लोगों की मदद करेंगे। कर्नाटक में BJP सरकार ने क्या काम किया? उन्होंने 40% कमीशन खाया। काम करवाने के लिए BJP की सरकार ने कर्नाटक के लोगों से पैसा चोरी किया। जो भी उन्होंने किया उन्होंने 40% कमीशन लिया। यह मैं नहीं कह रहा, ठेकेदार संघ ने प्रधानमंत्री को खत लिखकर यह बात कही है। प्रधानमंत्री ने इस खत का जवाब नहीं दिया। खत का जवाब न देने का मतलब है कि प्रधानमंत्री ने यह बात मान ली है कि कर्नाटक में 40% कमीशन लिया जाता है।

मुझे अयोग्य घोषित कर दो, जेल में डाल दो कुछ भी कर दो मुझे फर्क नहीं पड़ता: राहुल गांधी

मैंने संसद में पूछा कि अडानी की शेल कंपनी में 20,000 करोड़ रुपए किस के हैं? उसके बाद भारत के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि सरकार ने संसद नहीं चलने दी। आमतौर पर विपक्ष संसद को रोकती है लेकिन पहली बार सरकार के मंत्रियों ने संसद को रोका। यह (भाजपा) सोचती है कि मुझे संसद से हटाकर, धमकाकर, डरा देंगे। मैं इनसे नहीं डरता। मैं फिर दौराता हूं कि प्रधानमंत्री जी यह 20,000 करोड़ रुपए अडानी की शेल कंपनी में किस के हैं? जब0 तक इसका जवाब नहीं मिलेगा मैं तब तक नहीं रुकुंगा। मुझे अयोग्य घोषित कर दो, जेल में डाल दो कुछ भी कर दो मुझे फर्क नहीं पड़ता

विधानसभा चुनाव की दहलीज पर खड़े कर्नाटक टिकट वितरण के बाद चुनाव-प्रचार जोर पकड़ने लगा है। सत्ता की प्रबल दावेदार कांग्रेस ने अपने स्टार कैंपेनरों को मैदान में उतार दिया है। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और स्टार प्रचारक राहुल गांधी कोलार में रविवार को एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे हैं। राहुल की कोलार में होने वाली यह रैली इसलिए अहम है क्योंकि 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान मोदी सरनेम को लेकर यहीं पर उन्होंने विवादित बयान दिया था। जिसके कारण मानहानि के मामले में उन्हें दो साल की सजा हुई और सांसद पद से भी अयोग्य हो गए।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कांग्रेस राहुल गांधी की रैली कोलार में उसी जगह पर आयोजित की गई, जहां पर 2019 में हुई थी। पार्टी इसके जरिए एक खास संदेश देना चाहती है। मानहानि मामले में सजा के ऐलान के बाद से ही राहुल गांधी के यहां आने का कार्यक्रम बन रहा था, जो अब जाकर फाइनल हुआ है। राहुल गांधी कोलार में आज क्या बोलते हैं, इस पर सबकी नजरें रहेंगी। कांग्रेस नेताओं ने बताया कि पहले ये रैली 5 अप्रैल को होनी थी, जिसे बाद में 9 अप्रैल और फिर 16 अप्रैल तक के लिए स्थगित कर दिया गया था।

क्या था राहुल का विवादित बयान ?

2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी चुनाव प्रचार को लेकर कोलार पहुंचे थे। यहां उन्होंने ललित मोदी, नीरव मोदी और नरेंद्र मोदी के नाम का जिक्र करते हुए कहा था कि सभी के नाम में मोदी कैसे है। कैसे सभी चोरों के नाम में मोदी है? इस बयान पर बीजेपी की ओर से तीखी प्रतिक्रिया आई थी। गुजरात में सूरत से बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी ने राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का केस कर दिया था।

चार साल तक चली सुनवाई के बाद बीते माह 23 मार्च को सूरत की अदालत ने इस मामले में फैसला सुनाते हुए राहुल गांधी को दोषी ठहराया और उन्हें दो साल की सजा सुनाई। सजा के ऐलान के साथ ही राहुल गांधी की संसद सदस्यता भी समाप्त हो गई। राहुल 2019 में केरल की वायनाड सीट से जीतकर लोकसभा पहुंचे थे। कांग्रेस पार्टी ने इस मुद्दे को लेकर संसद से सड़क तक जमकर प्रदर्शन किया था। पार्टी को अन्य विपक्षी दलों का भी समर्थन मिला था।

कर्नाटक में कब होंगे चुनाव ?

दक्षिणी राज्य कर्नाटक में 10 मई को 224 विधानसभा सीट के लिए वोटिंग होगी और नतीजे 13 मई को आएंगे। यहां मुख्य लड़ाई सत्तारूढ़ बीजेपी और मुख्य विपक्षी कांग्रेस के बीच है। वहीं, जेडीएस एक थर्ड फोर्स के रूप में चुनाव लड़ रही है।

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