'मन की बात' में PM मोदी ने 'योग दिवस' और 'पर्यावरण से जुड़ने' का दिया ज्ञान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज ( 28 मई ) 32वीं बार 'मन की बात' कार्यक्रम के जरिये देश को संबोधित कर कर रहे हैं। 'मन की बात' का यह संस्करण काफी खास माना जा रहा है। हाल ही में मोदी सरकार के तीन साल पूरे हुए हैं,
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज ( 28 मई ) 32वीं बार 'मन की बात' की । हाल ही में मोदी सरकार के तीन साल पूरे हुए हैं जिसके बाद पीएम मोदी ने ये मन की बात की। पीएम मोदी ने कहा कि- लोकतंत्र में सरकार को जवाबदेह होना चाहिए।
- पिछले तीन साल के कामों को हर कसौटी पर परखा गया है। कई सर्वे करवाए गए जिसमें कुछ कमियां मिली।
- कमियां मिलना एक पॉजिटिव साइन है क्योंकि इससे सुधार होता है।
पीएम मोदी के 'मन की बात' की खास बातें-
- रमजान का पवित्र महीना शांति, एकता को बढ़ावा देने में सहायक होगा।
- हम सवा-सौ करोड़ देशवासी इस बात का गर्व कर सकते हैं कि दुनिया के सभी सम्प्रदाय भारत में मौजूद हैं ।
- हर प्रकार की विचारधारा, हर प्रकार की पूजा पद्धति, हर प्रकार की परंपरा, हम लोगों ने एक साथ जीने की कला आत्मसात की है।
कुदरत से जुड़ना मतलब खुद से जुड़ना- मोदी
- वेदों में पृथ्वी और पर्यावरण जीवन का केंद्र माना गया है ।
- 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस है । इस बार UN ने थीम रखा है -'कनेक्टिंग पीपल टू नेचर'
- 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस पर प्रकृति के साथ जुड़ने का अभियान ।
एक परिवार की तीनों पीढ़ी एक साथ करे योग- पीएम मोदी
- 21 जून तीसरे योग दिवस पर एक परिवार की तीनों पीढ़ी एक साथ योग कर तस्वीर भेजे।
-उन्होंने कहा कि- मैं 1 से 21 जून तक लगातार योग दिवस से जुदा कोई पोस्ट ट्विटर पर शेयर करता रहूंगा।
कूड़े को वेस्ट ना समझें
- उन्होंने कहा कि- कूड़े कचड़े को हम वेस्ट न समझें। उसे सिर्फ गार्बेज के रूप में ना देखें।
- एक बार इस कचड़े को भी हम वेल्थ मानना शुरू करेंगे तो वेस्ट मैनेजमेंट के कई नए तरीके हमारे सामने आएंगे।
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