सरदार पटेल की 67वीं पुण्यतिथि पर PM मोदी ने दी श्रद्धांजलि
लौह पुरुष कहे जाने वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल की आज (15 दिसंबर) 67वीं पुण्यतिथि है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनको श्रद्धांजलि दी।
नई दिल्ली: लौह पुरुष कहे जाने वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल की आज (15 दिसंबर) 67वीं पुण्यतिथि है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनको श्रद्धांजलि दी।
उनकी मृत्यु 15 दिसंबर 1950 को हुई थी और इसी के साथ लौह पुरूष दुनिया को अलविदा कह गया।
पीएम मोदी ने सरदार पटेल को याद करते हुए ट्वीट किया, 'हम महान सरदार पटेल को उनकी पुण्यतिथि पर याद करते हैं। भारत का हर एक नागरिक देश के प्रति किए गए सरदार पटेल के महान कार्यों के लिए उनका ऋणी है।'
ये है उनके नाम के पीछे का राज:
सरदार पटेल को सरदार नाम, बारडोली सत्याग्रह के बाद मिला, जब बारडोली कस्बे में सशक्त सत्याग्रह करने के लिए उन्हें पह ले बारडोली का सरदार कहा गया। बाद में सरदार उनके नाम के साथ ही जुड़ गया।
सरदार पटेल की जीवनी:
- 31 अक्टूबर 1875 गुजरात के नाडियाद में सरदार पटेल का जन्म एक किसान परिवार में हुआ था। उन के पिता का नाम झवेरभाई और माता का नाम लाडबा देवी था।
- सरदार पटेल अपने तीन भाई बहनों में सबसे छोटे और चौथे नंबर पर थे।
शिक्षा
- सरदार वल्लभ भाई पटेल की शिक्षा का प्रमुख स्त्रोत स्वाध्याय था।
- उन्होंने लंदन से बैरिस्टर की पढ़ाई की और उसके बाद पुन: भारत आकर अहमदाबाद में वकालत शुरू की।
स्वतंत्रता आंदोलन
- सरदार पटेल ने माहात्मा गांधी से प्रेरित होकर स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया था।
- सरदार पटेल द्वारा इस लड़ाई में अपना पहला योगदान खेड़ा संघर्ष में दिया गया, जब खेड़ा क्षेत्र सूखे की चपेट में था और वहां के किसानों ने अंग्रेज सरकार से कर में छूट देने की मांग की।
- जब अंग्रेज सरकार ने इस मांग को स्वीकार नहीं किया, तो सरदार पटेल, महात्मा गांधी और अन्य लोगों ने किसानों का नेतृत्व किया और उन्हें कर न देने के लिए प्ररित किया।
- आखिर में सरकार को झुकना पड़ा और किसानों को कर में राहत दे दी गई।