नई दिल्ली: तमिलनाडु की राजनीति में एक बार फिर बदलाव के संकेत दिख रहे हैं। जे. जयललिता के निधन के बाद दो भागों में बंटी अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) जल्द ही फिर से एक हो सकती है। सूत्रों की मानें, तो दोनों धड़े 15 अगस्त से पहले एक हो सकते हैं। खबर ये है कि मौजूदा सीएम ई पलानीस्वामी अपने पद पर ही बरकरार रहेंगे, जबकि पूर्व सीएम ओ. पन्नीरसेल्वम उपमुख्यमंत्री बन सकते हैं।
एक खबरिया चैनल की मानें तो राज्य सरकार में मंत्री डी. जयाकुमार ने कहा, कि यह मर्जर 15 अगस्त से पहले संभव है। हालांकि, उन्होंने इसके बारे में और ज्यादा कुछ नहीं बताया।
दिनाकरन को उप महासचिव पद से हटाया
वहीं, पलानीस्वामी धड़े ने एक प्रस्ताव पास कर दिनाकरण को पार्टी उप महासचिव पद के लिए अमान्य घोषित कर दिया है। चेन्नई में एआईएडीएमके मुख्यालय में पलनीस्वामी की अध्यक्षता में एक बैठक में इस संबंध में एक प्रस्ताव पेश किया गया।
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एआईएडीएमके हो सकता है एनडीए में शामिल
गौरतलब है, कि पिछले काफी समय से एआईएडीएमके के एनडीए में शामिल होने की अटकलें चल रही हैं। इससे पहले खबर आई थी कि मोदी सरकार के एक कैबिनेट मंत्री एआईएडीएमके के दोनों धड़ों के बीच मध्यस्थता में जुटे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि अगर यह बातचीत सफल रहती है, तो तमिलनाडु की सत्ताधारी दल मोदी सरकार में शामिल हो जाएगी।
डीएमके में भी सबकुछ ठीक नहीं
दूसरी तरफ, डीएमके नेता एम के अलागिरी ने अपने भाई स्टालिन पर एआईएडीएमके को समर्थन करने का आरोप लगाया है। अलागिरी बोले, 'स्टालिन की वैल्यू जीरो है। इसके बावजूद वह इस तरह का काम कर रहे हैं। मोदी सरकार पिछले कुछ समय से तमिलनाडु की सत्ता में घुसने की कोशिश कर रही है, लेकिन तमिलनाडु में बिना करुणानिधि कोई राजनीति नहीं चल सकती।'