छत्तीसगढ़: आदिवासी की हत्या मामले में DU और JNU के प्रोफेसरों पर केस दर्ज

Update: 2016-11-08 11:45 GMT

रायपुर: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में एक आदिवासी ग्रामीण की हत्या के आरोप में जेएनयू और दिल्ली विश्वविद्यालय की एक-एक प्रोफेसर के साथ कुछ माओवादियों और अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

इन सब पर मामला दर्ज

पुलिस महानिरीक्षक (बस्तर रेंज) एसआरपी कल्लूरी ने बताया, 'शामनाथ बघेल की हत्या के मामले में शनिवार को उसकी पत्नी की शिकायत के आधार पर माओवादियों और कुछ अन्य के साथ-साथ डीयू की प्रोफेसर नलिनी सुंदर, अर्चना प्रसाद (जेएनयू प्रोफेसर), विनीत तिवारी (दिल्ली के जोशी अधिकारी संस्थान से), संजय पराटे (छत्तीसगढ़ माकपा के प्रदेश सचिव) के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।

ये भी पढ़ें ...आम आदमी पार्टी के दो और नेताओं पर रेप का आरोप, टिकट का दिया था झांसा

कई धाराओं में दर्ज हुआ केस

इन लोगों पर तोंगपाल थाने में आईपीसी की धारा-120 बी (आपराधिक षडयंत्र), 302 (हत्या), 147 (दंगे फैलाने), 148 और 149 के तहत मामले दर्ज किए गए हैं। पुलिस महानिरीक्षक के अनुसार जांच के बाद दोषी पाए गए लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मामला शनिवार को दर्ज किया गया था लेकिन सोमवार शाम को यह प्रकाश में आया।

ये भी पढ़ें ...वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंह ने कहा- सुप्रीम कोर्ट के गलियारों में हुआ था मेरा यौन शोषण

क्या था मामला?

सशस्त्र नक्सलियों ने शुक्रवार, चार नवंबर की देर रात शामनाथ बघेल की नामा गांव स्थित उसके घर पर कथित तौर पर धारदार हथियारों से हत्या कर दी थी। यह गांव राजधानी से करीब 450 किलोमीटर दूर है। तोंगपाल इलाके की कुमाकोलेंगे ग्राम पंचायत में आता है। बघेल और उसके कुछ साथी इस साल अप्रैल से उनके गांव में चल रही नक्सली गतिविधियों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे।

Tags:    

Similar News