मथुरा: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ रविवार (11 फरवरी) को मथुरा में गोशाला भूमि पूजन के लिए आए। इस दौरान उनके साथ प्रदेश के संस्कृति मंत्री लक्ष्मीनारायण, पशुधन मंत्री एसपी सिंह बघेल और सांसद हेमामालिनी सहित कई संत मंच पर मौजूद रहे। लेकिन हद तो तब हो गई जब प्रदेश के ऊर्जा मंत्री और सरकार के प्रवक्ता तथा स्थानीय विधायक श्रीकांत शर्मा को ही मंच पर जगह नहीं मिली।
श्रीकांत शर्मा मंच के नीचे अन्य लोगों के साथ बैठे दिखे। इसके बाद वहां मौजूद लोगों में ये खुसुर-फुसुर होने लगी, कि क्या सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है? खैर, जो भी हो, लेकिन तस्वीरें तो कुछ और ही बयां कर रही।
समाज को भी आगे आना पड़ेगा
सीएम ने इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने 'गोमाता की जय' के साथ अपना संबोधन शुरू किया। सीएम ने कहा, 'एक समस्या आ रही थी। हम गोरक्षा की बात कर रहे, लेकिन सड़कों पर पशु खुले में घूमते हैं इससे दिक्कतें पेश आ रही हैं। व्यापक पैमाने पर गोवंश की तस्करी भी हो रही थी। इन गोवंश को बंगाल सहित अन्य राज्यों में बूचड़खानों तक पहुंचाया जा रहा था। हमने सख्ती से इस पर रोक लगाई। इसके लिए सरकार के साथ-साथ समाज को आगे आना पड़ेगा।'
..मुझे इसकी खुशी है
सीएम ने आगे कहा, 'मदन मोहन मालवीयजी ने जो सपना देखा था अब समय आ गया है उसे साकार करने का। इस ब्रज भूमि पर भगवान ने गौचारण किया था। इसलिए उनका नाम गोपाल पड़ा। ये भूमि पवित्र है।' उन्होंने कहा, ये काम वृंदावन से प्रारम्भ हुआ मुझे इसकी खुशी है। भारत को बचाना है तो गाय, गंगा और गांव को बचाना होगा।'
हमने नदी संस्कृति की दुर्गति कर दी
उन्होंने कहा, 'दिल्ली से आते समय यमुना की दुर्गति देखी। हमने नदी संस्कृति की दुर्गति कर दी है। भौतिकता के चलते हम अपनी संस्कृति भूल गए।' योगी ने आगे कहा, हर गांव में दुग्धशाला खुले। हमको यह भी व्यवस्था सुनिश्चित करनी पड़ेगी। हर गांव में गोशाला हो, संवर्धन हो जिससे रसोई गैस की गोबर गैस प्लांट के जरिए आपूर्ति भी कर सकते हैं।'
इसी तरह का कार्यक्रम बुंदेलखंड में भी होगा
आदित्यनाथ ने कहा, हमारे शास्त्र ने सभी देवी-देवताओं का निवास गाय को ही माना है। उसमें दैवीय शक्ति है इसलिए माना। शुरुआत यहां से हो गई है अब इसी तरह का कार्यक्रम बुंदेलखंड में भी होगा।