नई दिल्ली: बिहार के मधेपुरा सांसद राजेश रंजन ऊर्फ पप्पू यादव ने सोमवार को सरकार द्वारा संचालित बालिका गृह में नाबालिगों से दुष्कर्म मामले को उठाया और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच की मांग की। यादव ने लोकसभा में शून्य काल के दौरान कहा, "बिहार की बेटियों के साथ बालिका गृह में दुष्कर्म का मामला राज्य के लिए शर्मिदगी है। हम बालिका गृह में लड़कियों के साथ हुए दुष्कर्म की सीबीआई जांच की मांग करते हैं।"
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राष्ट्रीय जनता दल(राजद) से निलंबित नेता पप्पू यादव ने यह बयान बालिका गृह में 40 लड़कियों के साथ दुष्कर्म की रपट सामने आने के बाद दिया है। राजद से निलंबित होने के बाद यादव ने जन अधिकार पार्टी नाम की अपनी एक अलग पार्टी बना ली थी।
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी रविवार को सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, "बिहार में दुष्कर्म के दुर्लभतम मामले में, सरकार संचालित बालिका गृह में सात से 17 वर्ष की 40 नाबालिग लड़कियों के साथ एक ही छत के नीचे महीनों तक लगातार दुष्कर्म किया गया।"
उन्होंने कहा, "यहां तक कि उसी परिसर में एक लड़की की हत्या कर, उसे दफना दिया गया। एनजीओ के मालिक सरकार का करीबी है और उसने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए प्रचार भी किया है।"
राजद नेता ने यह भी आरोप लगाया कि मार्च से बिहार सरकार को इस मामले की जानकारी थी।
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उन्होंने कहा, "कई का जबरन गर्भपात कराया गया। कोई कार्रवाई नहीं की गई लेकिन मामले को दबाने का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। "
तेजस्वी ने कहा, "मामले के सामने आने के बाद, कुछ लड़कियां लापता हैं, एक लड़की की हत्या की गई है, उसे दफना दिया गया है। इन लड़कियों का प्रयोग सत्ता, पद और राजनीतिज्ञ संपर्क रखने वाले लोग वस्तु की तरह करते थे।"
उन्होंने कहा, "पीड़िताएं गरीब व अनाथ हैं, उनका कोई नहीं है। न ही सरकार, देश और न ही मीडिया है।"
--आईएएनएस