समीर वानखेडे के खिलाफ अब दलित संगठन, फर्जी दस्तावेज मामले में स्क्रूटनी कमेटी से की शिकायत

क्रूज ड्रग्स मामले में आर्यन खान की गिरफ्तारी के बाद से मीडिया की सुर्खियों में रहे मुंबई में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेडे खुद भी मुश्किलों में घिरते नजर आ रहे हैं।

Update: 2021-11-04 11:55 GMT

समीर वानखेड़े -नवाब मलिक (फोटो : सोशल मीडिया )

क्रूज ड्रग्स मामले में फिल्म एक्टर शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान की गिरफ्तारी के बाद से मीडिया की सुर्खियों में रहे मुंबई में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (Narcotics Control Bureau) यानी एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेडे खुद भी मुश्किलों में घिरते नजर आ रहे हैं। क्रूज ड्रग्स केस की जांच के दरमियान ही एनसीपी नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मालिक ने उन पर कुछ गंभीर आरोप लगाए थे। जिनमें उन पर फर्जी कागजात दिखाकर नौकरी हासिल करने जैसे आरोप भी थे। इसी मुद्दे पर उनकी मुश्किलें पहले से ज्यादा बढ़ती दिख रही हैं।  

ताजा मामले में दलित संगठनों ने भी एनसीबी के अधिकारी समीर वानखेडे के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। दलित संगठनों का दावा है कि समीर वानखेडे ने नौकरी पाने के लिए खुद को अनुसूचित जाति (SC) का बताया था। आरक्षण का लाभ लेने के लिए समीर की तरफ से फर्जी कागज पेश किए गए थे। समीर पर यह आरोप 'स्वाभिमानी रिपब्लिकन आर्मी' और 'भीम आर्मी' की तरफ से लगाए गए हैं। इतना ही नहीं उन संगठनों की तरफ से डिस्ट्रिक्ट कास्ट स्क्रूटनी कमिटी (District Caste Scrutiny Committee) के पास शिकायत दर्ज करवाई गई है। 

अनुसूचित जाति-जनजाति आयोग को सौंपे कागजात 

हालांकि, अपने ऊपर लगे आरोपों के संबंध में कुछ दिन पहले ही समीर वानखेडे ने दिल्ली में अनुसूचित जाति-जनजाति आयोग के दफ्तर गए थे। वहां उन्होंने अधिकारियों को अपना जाति प्रमाण पत्र, पहली पत्नी से हुए बच्चे का बर्थ सर्टिफिकेट तथा तलाक के कागजात सौंपे थे। अनुसूचित जाति-जनजाति आयोग अभी उन कागजों की जांच कर रहा है। लेकिन, उससे पहले ही समीर वानखेडे पर दलित संगठनों की तरफ से नए आरोप लगने शुरू हो गए हैं।

'मैं भी दलित, मेरा बेटा भी..'   

लग रहे नए आरोपों के बीच समीर वानखेडे के पिता ज्ञानदेव एक बार फिर बेटे के बचाव में उतरे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा, कि वे दलित हैं। उनका बेटा भी दलित है। मुस्लिम धर्म से उनका कोई लेना-देना नहीं है। लेकिन ज्ञानदेव के दावों के उलट समीर वानखेडे की पहली पत्नी के पिता बताते हैं, कि उनकी बेटी की एक मुस्लिम परिवार में शादी हुई थी। शादी के सभी रस्मो-रिवाज इस्लामिक तरीकों से हुआ था। उनके इस दावे से नवाब मलिक के आरोपों को बल मिलता है। दोनों तरफ से आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।

समीर पर लगा था पैसों की डिमांड का आरोप इससे पहले प्रभाकर सेल नाम के एक गवाह ने मीडिया को बताया था कि आर्यन खान को छोड़ने के लिए समीर ने पैसों की मांग की थी। वर्तमान में एनसीबी की तरफ से इन आरोपों की जांच की जा रही है। दूसरी तरफ, नवाब मलिक हर रोज समीर वानखेड़े के खिलाफ नए-नए दावे करते रहते हैं। 

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