#demonetisation: सस्ती हो सकती है प्रॉपर्टी, SBI ने EMI घटने के दिए संकेत
नई दिल्ली/मुंबईः 500 और 1000 के नोट बंद करने के केंद्र सरकार के फैसले का आने वाले दिनों में आम आदमी को फायदा हो सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक प्रॉपर्टी के रेट में 25 फीसदी तक गिरावट आ सकती है। वहीं, स्टेट बैंक की चेयरपर्सन अरुंधति भट्टाचार्य ने संकेत दिए हैं कि लोन पर ईएमआई भी घट सकती है।
क्या बोलीं अरुंधति?
एसबीआई प्रमुख अरुंधति भट्टाचार्य ने कहा कि आने वाले दिनों में ब्याज दरों यानी ईएमआई में कमी देखने को मिल सकती है। हालांकि, उन्होंने इसके लिए रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति की बात भी कही। बता दें कि रिजर्व बैंक अगले महीने यानी दिसंबर में नई मौद्रिक नीति का ऐलान करेगा। उस वक्त ईएमआई कम करने के बारे में बैंक फैसला ले सकते हैं।
नोटबंदी का क्या है असर?
नोटबंदी से बैंकों के पास बड़ी तादाद में कैश आया है। वित्त मंत्रालय के मुताबिक 12 नवंबर तक देशभर में बैंकों के पास दो लाख करोड़ से ज्यादा लोग जमा करा चुके थे। एसबीआई के पास ही बीते चार दिन में 60 हजार करोड़ रुपए आए हैं। इस रकम का इस्तेमाल लोन देने में हो सकेगा। साथ ही बैंक इससे अपना एनपीए भी कम कर सकेंगे। बता दें कि एनपीए ऐसा लोन होता है, जो बैंकों को वापस नहीं मिला।
नोट बदलने में कई महीने लगने के आसार
इस बीच, आर्थिक विशेषज्ञों ने ये भी आकलन किया है कि जिस रफ्तार से लोग बैंकों में नोट बदलवा पा रहे हैं, उसमें 50 दिन का समय कम पड़ सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक पूरी तरह 500 और 1000 के नोटों को बदलने में इस तरह करीब चार महीनों का वक्त लग सकता है। बता कि 30 दिसंबर के बाद भी पुराने नोट बदले जा सकेंगे। ये काम तब सिर्फ रिजर्व बैंक के दफ्तरों में हो सकेगा। साथ ही नोट बदलवाने वाले को बताना भी होगा कि आखिर समयसीमा तक नोट क्यों नहीं बैंकों से बदलवाए गए।