GST: वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमण बोलीं- हम विपक्ष को चीयरलीडर्स बनने के लिए नहीं कह रहे
नई दिल्ली: जीएसटी पर विपक्ष के विरोध पर केंद्रीय वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, 'हम उन्हें चीयरलीडर्स बनने के लिए नहीं कह रहे। हम चाहते हैं कि वे हिस्सा लें, अगर कई दिक्कते हैं तो भी। हम उस पर बात करेंगे। एक साल से काउंसिल बैठक में बात हुई है। रेट पर लगातार बात हुई है। ये बातें वाणिज्य मंत्री ने जीएसटी पर आयोजित एक खबरिया चैनल के कार्यक्रम में कही।
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निर्मला सीतारमण ने कहा, कि 'पता है विपक्ष कभी भी एक साथ इस पर तैयार नहीं होगा। जीएसटी आने दीजिए। इसे फेस कीजिए और फिर हम सहयोग करेंगे। इसे कैसे पूरा किया जाएगा? जो भी जीएसटी में है, उसे बहुत सोच समझ के किया गया है।'
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आखिर कब तक हम, वे, उनका...करते रहेंगे
सीतारमण ने आगे कहा, कि 'राज्यों को घाटा होने पर भरपाई के लिए मुआवजा मिलेगा। इसलिए वे समर्थन दे रहे हैं। अगर जीएसटी फेल होगा, तो सारी जिम्मेदारी केंद्र पर आएगी। पूरी प्रक्रिया एक दशक से चल रही है। सभी ने कई बार इस पर बात की, रेट पर बात की। राज्य ने अपना सहयोग दिया है। पीएम मोदी ने इसलिए सबका शुक्रिया भी किया।' वाणिज्य मंत्री ने कहा, 'आखिर कब तक हम, वे, उनका, अपना करते रहेंगे। हमें इससे बाहर निकलना होगा। इसका लाभ सभी को मिलेगा।'
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क्यों नहीं पहुंच रहा आखिरी व्यक्ति तक लाभ
केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'हम चाहते हैं कि सभी रेट और छूट आम लोगों तक पहुंचे। हम जानते हैं कि जीएसटी से पहले जो छूट देते हैं वो अंतिम ग्राहक तक नहीं पहुंचता है। यह एक प्रकार का उल्लंघन है। यह गंभीर सवाल है कि आखिर क्यों टैक्स छूट का लाभ आखिरी व्यक्ति तक नहीं पहुंच रहा।'
सेक्टर के हिसाब से बात हो
उन्होंने कहा, 'मैं चाहती हूं कि सेक्टर के हिसाब से बात हो। हमने सेक्टर के हिसाब से उद्योग जगत से बात की। टेक्साइटल सेक्टर की समस्याओं को इन्हीं बैठक में खत्म किया गया। जीएसटी लागू होने-होने तक इस पर बात की। 20 लाख से कम के कारोबार पर हमने छूट पहले ही दे रखी है। उससे ज्यादा पर हम मुआवजा भी दे रहे हैं।'
रजिस्टर नहीं कर रहे हैं तो समस्या होगी ही
सीतारमण ने कहा, 'औरतों के 'हाइजिन प्रोडक्ट' पर टैक्स का विरोध हुआ। इसके लिए हम सेल्फ हेल्प ग्रुप बना रहे हैं। वे इसका लाभ ले सकती हैं।' उन्होंने कहा, 'समस्या तब है जब आप रजिस्टर नहीं कर रहे हैं। क्योंकि जो आपसे खरीददारी करने आ रहे हैं, वे आपको रजिस्टर नहीं पाएंगे तो आपके कारोबार पर असर पड़ेगा।'