शाह के फोन से मान गए नितिन: सरकार का संकट खत्म
गुजरात में बडी मुश्किल से मिली जीत के बाद बनी बीजेपी की सरकार में रूठने मनाने का दौर रविवार को खत्म हो गया । बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के एक फोन और हुई बातचीत के बाद नाराज डिप्टी सीएम नितिन पटेल मान गए और उन्होंने अपना कार्यभार संभाल लिया।
अहमदाबाद: गुजरात में बड़ी मुश्किल से मिली जीत के बाद बनी बीजेपी की सरकार में रूठने मनाने का दौर रविवार को खत्म हो गया। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के एक फोन और हुई बातचीत के बाद नाराज डिप्टी सीएम नितिन पटेल मान गए और उन्होंने अपना कार्यभार संभाल लिया। मनमाफिक विभाग नहीं मिलने से नितिन पटेल नाराज चल रहे थे । रविवार को अमित शाह से उनकी बात हुई और वो मान गए।
सरकार के 25 दिसम्बर को शपथ ग्रहण समारोह के बाद से नितिन पटेल पार्टी से नाराज चल रहे थें । इसीबीच पाटीदार नेता और कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़े हार्दिक पटेल ने एक प्रस्ताव देकर बीजेपी खेमे में हलचल मचा दी । हार्दिक ने कहा यदि नितिन काका 10 बीजेपी विधायकों के साथ पार्टी छोडते हैं तो वो कांग्रेस में उन्हें उचित सम्मान दिलाएंगे ।
हार्दिक ने नितिन पटेल को अपने साथ आने का न्योता दिया था। हार्दिक ने ये भी कहा था कि वह डिप्टी सीएम नितिन पटेल से मिलने भी जाएंगे। मैंने नितिन काका को मैसेज किया था कि अगर वह कहते हैं कि उन्हें बीजेपी छोड़नी है तो मैं उनके साथ रहूंगा।
अब नितिन पटेल ने पार्टी से अपनी नाराजगी खत्म होने के बाद कहा कि पार्टी अध्यक्ष की ओर से मुझे आश्वासन दिया गया है कि मुझे जो उच्च स्तरीय मंत्रालय चाहिए थे, उनको देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके बाद ही मैंने मंत्रालयों के कामकाज को संभालने का फैसला किया है।
हार्दिक के प्रस्ताव पर नितिन पटेल ने कहा कि कांग्रेस कई मामलों में राजनीतिक फायदा उठाना चाहती है। कांग्रेस की ओर से जो प्रस्ताव दिया गया मैं उस पर कभी विचार भी नहीं कर सकता हूं । मेरे लिए पार्टी सबसे बड़ी है। मैं या मेरे समर्थक कभी पार्टी नहीं छोड़ सकते हैं।