हैदराबाद :भारतीय क्रिकेट टीम ने वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली गई दो मैचों की टेस्ट सीरीज 2-0 से जीत ली है। भारत ने रविवार को यहां खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में 10 विकेट से जीत हासिल की राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में खेले गए दूसरे मैच के तीसरे दिन का मैच बेहद रोमांचक रहा। पहले सत्र में भारत ने अपनी पहली पारी को पूरा करते हुए 367 रन बनाए और फिर मेहमान टीम 127 रनों पर आउट करके 72 रनों का लक्ष्य हासिल किया। भारतीय बल्लेबाजों ने बिना कोई नुकसान के इस लक्ष्य को हासिल कर लिया।
भारत ने दूसरे दिन शनिवार को स्टम्प्स तक चार विकेट के नुकसान पर 308 रन बनाए थे। इसके बाद तीसरे दिन रविवार को 367 रनों पर भारत की पहली पारी समाप्त हो गई और इसी के साथ भोजनकाल की घोषणा कर दी गई।
इस पारी में भारत के लिए दूसरे दिन नाबाद लौटने वाले अजिंक्य रहाणे (80), ऋषभ पंत (92) के अलावा पृथ्वी शॉ (70) की अर्धशतकीय पारियों ने अहम योगदान दिया। इसके दम पर भारत ने 56 रनों की बढ़त ले ली थी।
वेस्टइंडीज के लिए इस पारी में कप्तान जेसन होल्डर ने सबसे अधिक पांच विकेट हासिल किए। इसके अलावा शेनोन गेब्रिएल को तीन विकेट मिले और जोमेल वारिकान को दो सफलताएं मिली।
दूसरे सत्र में मेहमान टीम ने अपनी दूसरी पारी की शुरुआत की। भारतीय स्पिन गेंदबाजों के आगे कमजोर नजर आई वेस्टइंडीज ने दूसरे सत्र के समापन तक अपने छह विकेट गंवा दिए थे।
भारत के लिए वेस्टइंडीज की पहली पारी में छह विकेट लेने वाले उमेश यादव ने इस पारी में भी अहम भूमिका निभाई। चायकाल तक 76 रनों पर छह विकेट गंवाने वाली वेस्टइंडीज के तीन बल्लेबाजों को उमेश ने पवेलियन का रास्ता दिखाया। इसके अलावा, रविचंद्रन अश्विन, कुलदीप यादव और रवींद्र जडेजा को एक-एक सफलता मिली।
तीसरे सत्र में वेस्टइंडीज ने अपने बाकी बचे चार विकेट भी गंवा दिए। भारतीय गेंदबाजों ने 46.1 ओवरों में 127 के स्कोर पर ही मेहमान टीम की पारी को समेट दिया।
वेस्टइंडीज के लिए दूसरी पारी में सुनील एंब्रिस (38) ने ही सबसे अधिक रन बनाए। शाई होप ने 28 रनों का योगदान दिया। इसके अलावा, अन्य कोई भी बल्लेबाज 20 से अधिक रन नहीं बना पाया।
उमेश (3/45), जडेजा (3/12), अश्विन (2/24) और कुलदीप (1/45) ने वेस्टइंडीज की पारी को 127 रनों पर समेट दिया था और ऐसे में भारत को अब जीत के लिए केवल 72 रनों की दरकार थी।
इस दौरान, उमेश ने अपने टेस्ट करियर में एक मैच में 10 विकेट लेने की उपलब्धि भी हासिल की। यह उनका 41वां टेस्ट मैच था।
पृथ्वी शॉ (33) और लोकेश राहुल (33) ने बिना कोई भी विकेट गंवाए इस आसान लक्ष्य को हासिल करते हुए भारत को 10 विकेट से जीत दिलाई।
इस जीत के साथ ही भारत ने दो मैचों की टेस्ट सीरीज 2-0 से अपने नाम कर ली। इससे पहले, वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में भारत ने पारी और 272 रनों से जीत हासिल की थी।
भारत के गेंदबाज उमेश को प्लेयर ऑफ द मैच के पुरस्कार से नवाजा गया, वहीं भारत के 17 वर्षीय बल्लेबाज पृथ्वी को प्लेयर ऑफ द सीरीज का पुरस्कार दिया गया।