लखनऊ: मोदी के मंत्रियों के इस्तीफे होने बाद से ये साफ़ हो गया कि बीजेपी अब सरकार को रिफ्रेश करने के मूड में है। इसलिए मोदी विदेश यात्रा से पहले ही कैबिनेट विस्तार कर सकते हैं। रविवार को 3 सितंबर मोदी कैबिनेट में फेरबदल किया जाएगा।
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इस पर पीएम मोदी और अमित शाह के बीच पहले दिन की मैराथन बैठक में सभी मंत्रियों के कामकाज और परफॉर्मेंस पर बात हुई। वहीं ठीक दूसरे दिन यूपी के वृंदावन में चल रही आरएसएस के समन्वय बैठक में अमित शाह भी पहुंचे, जहां उन्होंने संघ प्रमुख मोहन भागवत से मिलकर मोदी मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा की। सूत्रों की मानें तो दोनों के बीच करीब 3 घंटे चर्चा हुई, जिसमें किन मंत्रियों को मोदी सेना से आउट किया जाए और किन्हें नई जिम्मेदारी दी जाए?
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लेकिन संघ के लिए मोदी की नई सेना तैयार करना इतना भी आसान नहीं है। संघ, अमित शाह से मिलकर कई मुद्दों पर बात करना चाहती थी। संघ के सामने अमित शाह ने मंत्रियों की परफॉरमेंस रखी, बीजेपी के नए दोस्त बने नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू को भी मंत्रिमंडल में रखने पर संघ से बात हुई।
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मोदी की नई सेना के विस्तार की तैयारियों, गुजरात और हिमाचल चुनाव की रणनीति पर अतिव्यस्त होते हुए भी अमित शाह को संघ की इस बैठक में हाजिरी दर्ज करानी पड़ी।
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